हम क्यों मनाते हैं बाल दिवस ? | Happy Children Day 2017

Showing posts with label बबासीर. Show all posts
Showing posts with label बबासीर. Show all posts

Tuesday, 22 November 2016

भागदौड़ भरी जिंदगी में लोग कई बिमारियों से ग्रस्त हो गये हैं उनमें से एक बवासीर भी है आप इसे बवासीर या हैमरॉइड या तो पाइल्स के नाम से जानते हैं। यह कई प्रकार की होती है जैसे
आइये इसे अच्छे से जानते हैं:


मलद्वार के अंत में जो शिरायें हैं उनमें सूजन आने के कारण या बढ़ जाने को ही बवासीर कहते हैं। यह बवासीर को देखा जाये तो सेफेद रंग की मूली के जड़ के जैसी फेली हुई होती है। जो की मांस पेशी में अच्छी पकड़ के साथ होती है जिससे मल को त्यागने में बड़ी कठिनाई होती है कोई भी शीरा टाईट होकर किसी जगह से हटता है तो बहुत दर्द होता है और खून मल के साथ बाहर आने लगता है, कभी थेड़ा आता है और कभी ज्यादा आता है, आपको पता नहीं चलेगा और खनू गिरता रहेगा



ये बवासीर है यह कभी अपने आप ठिक होजाती है कभी ज्यादा बढ़ जाती है। कभी आप ऑपरेशन करवाते हैं तो कभी कबार कुछ हिस्सा अंदर छूट जाता है और वह फिर से बवासीर का रूप लेलेता है।

चंदा हैल्थ आपके लिये लाया है बवासीर का घरेलू और आसान इलाज जो कुछ ही समय में आपकी किसी भी प्रकार की बवासीर को तुरंत ठिक कर देगा चोहे वो खूनी बवासीर हो या बादी बवासीर पान का पत्ता - हां दोस्तों पान का पत्ता ही ऐक ऐसी दवा है जो कि बवासीर को बड़ी की आसानी से ठीक करने की छमता रखता है।

आईये जानते हैं कैसे इस्तेमाल करना है:

4 या 5 पान का पत्ता कम पड़े तो कुछ और, इन सबको सील पर पीसें बीना पानी के जब यह पीस जाये तो इसे इकट्ठा करके लोई के जैसी बना लें और इसे अपने मलद्वार पर लगायें, 

आप इसे दबाकर रखें इसके रस से आपको फायदा पहुंचेगा, आप इसे लगाकर लंगोट पहनलें या टाईट कच्छा जिससे ये गिरे ना, इसे लगाने के बाद आपको मल द्वार पर चुनचुनाहट सी महसूस होगी आप घबरायें नहीं यह काम कर रहा है 

आप इसका प्रयोग 4 से 5 दिन करें आपकी बवासीर खत्म आपको पहले दूसरे दिन में ही काफी आराम मालूम पड़ जायेगा। दोस्तों यह उपाय किसी दूसरे जरूरत मंद को बतायें जिससे उस का फायदा होगा। कहीं वह महंगी फीस के चलते बवासीर का इलाज ना करा पा रहा हो और इस तकलीफ से जूझ रहा हो तो उसके बहुत काम आयेगी और आपका एहसान मानेगा।

Thursday, 11 August 2016

बबासीर के मस्सों को कैसे नष्ट करें:
1- नीम के कोमल पत्तियों को घी में भूनकर उसमें थोड़े-से कपूर डालकर टिकिया बना लें। टिकियों को गुदाद्वार पर बांधने से मस्से नष्ट होते हैं।

2- आधा चम्मच हर्र का चूर्ण गर्म पानी से सुबह-शाम खाने से बादी बवासीर बन्द हो जाती है।


3-नीम के कोमल पत्तियों को घी में भूनकर उसमें थोड़े-से कपूर डालकर टिकिया बना लें। टिकियों को गुदाद्वार पर बांधने से मस्से नष्ट होते हैं।



4- छोटी मक्खी को शहद और गाय का घी बराबर मात्रा में लेकर मस्सों पर लगायें। इस मिश्रण को बवासीर के मस्सों पर लगाने से कुछ सप्ताह में ही मस्से सूखकर गिर जाते हैं।

5-थूहर के दूध में हल्दी का बारीक चूर्ण मिलाकर उसमें सूत का धागा भिगोकर छाया में सुखा लें। इस धागे से मस्सों को बांधें, मस्से को धागे से बांधने पर 4-5 दिन तक खून निकलता है तथा बाद में मस्से सूख कर गिर जाते हैं। ध्यान रहे- इसका प्रयोग कमजोर रोगी पर न करें।

6- नीलाथोथा 20 ग्राम और अफीम 40 ग्राम लेकर इसे महीन कूट लें। इस चूर्ण को 40 ग्राम सरसों के तेल में मिलाकर पकायें। प्रतिदिन सुबह-शाम उस मिश्रण (पेस्ट) को रूई से मस्सों पर लगाने से मस्से 8 से 10 दिनों में ही सूखकर गिर जाते हैं।

7- मदार का दूध और हल्दी को पीसकर मस्सों पर रखकर लगोट बांधें। इसको लगाने से मस्से सूखकर ठीक हो जाते हैं।

8- कालीमिर्च और स्याहजीरा (काला जीरा) को बराबर मात्रा में मिलाकर चूर्ण बनायें। यह चूर्ण लगभग 1 ग्राम का चौथा भाग से लगभग आधा ग्राम की मात्रा में शहद के साथ प्रतिदिन सुबह-शाम पीने से बवासीर ठीक होता है तथा बवासीर के मस्से भी ठीक होते हैं।

9- कालीमिर्च 3 ग्राम, पीपल 5 ग्राम, सौंठ 10 ग्राम तथा जिमीकन्द 20 ग्राम को सूखाकर महीन चूर्ण बना लें। उस चूर्ण में 200 ग्राम गुड़ डालकर अच्छी तरह मिला लें। इससे बेर के बराबर गोलियां बनाकर 1-1 गोली दूध या जल के साथ प्रतिदिन दो बार पीने से खूनी तथा बादी दोनों बवासीर ठीक होती है।

10- लौकी के पत्तों को पीसकर बवासीर के मस्सों पर बांधने से कुछ ही दिनों में लाभ दिखना शुरू हो जाता है।

11- लौकी या तुलसी के पत्तों को जल के साथ पीसकर अर्श (बवासीर) के मस्से पर दिन में दो से तीन बार लगाने से पीड़ा व जलन कम होती है तथा मस्से भी नष्ट होते है।

12- नीम की निबौली, कलमीशोरा, रसौत और हरड़ 10-10 ग्राम लेकर कूट-पीसकर, बारीककर मूली के रस में घोटकर जंगली बेर के बराबर गोलियां बना लें। सुबह-शाम एक-एक गोली ताजे पानी या मट्ठा के साथ खाने से खूनी बवासीर से खून आना पहले ही दिन बन्द हो जाता है और बादी बवासीर एक महीने के प्रयोग से पूरी तरह नष्ट हो जाती है।

13- मूली के रस में नीम की निबौली की गिरी पीसकर कपूर मिलाकर मस्सों पर लेप करने से मस्से सूख जाते हैं।

14- सूखे आंवलों का चूर्ण 20 ग्राम लेकर 250 मिलीलीटर पानी में मिलाकर मिट्टी के बर्तन में रातभर भिगोकर रखें। दूसरे दिन सुबह उसे हाथों से मलकर छान लें तथा छने हुए पानी में 5 ग्राम चिरचिटा की जड़ का चूर्ण और 50 ग्राम मिश्री मिलाकर पीयें। इसको पीने से बवासीर कुछ दिनों में ही ठीक हो जाते हैं और मस्से सूखकर गिर जाते हैं।

15- करेले के बीजों को सूखाकर इसका महीन पाउडर बनाकर इसे कपड़े से छान लें। इसके पाउडर में थोड़ी-सी शहद तथा सिरका मिलाकर मलहम बना लें। इस मलहम को लगातार 20 दिन तक मस्सों पर लगाने से मस्से सूख जाते हैं, तथा बवासीर (अर्श) रोग ठीक हो जाता है।

16- बवासीर के मस्सों को दूर करने के लिए 2 प्याज को भूमल (धीमी आग या राख की आग) में सेंककर छिलका उताकर लुगदी बनाकर मस्सों पर बांधने से मस्से तुरन्त नष्ट हो जाते हैं।

17- चाय की पत्तियों को पीसकर मलहम बना लें और इसे गर्म करके मस्सों पर लगायें। इस मलहम को लगाने से मस्से सूखकर गिरने लगते हैं।

18- लगभग 60 ग्राम काले तिल खाकर ऊपर से ठंड़ा पानी पीने से बिना खून वाली बवासीर (वादी बवासीर) ठीक हो जाती है। दही के साथ पीने से खूनी बवासीर भी नष्ट हो जाती है।

19- मेंहदीं के पत्तों को जल के साथ पीसकर गुदाद्वार पर लगाकर लंगोट बांधे। इससे मस्से सूख कर गिर जाते हैं।

20- बैंगन को जला लें। इनकी राख शहद में मिलाकर मरहम बना लें। इसे मस्सों पर लगायें। मस्से सूखकर गिर जायेंगें।

21- हरसिंगार के बीजों को छील लें। 10 ग्राम बीज में 3 ग्राम कालीमिर्च मिलाकर पीसकर गुदा पर लगाने से बादी बवासीर ठीक होती है।

22- छोटी हरड़, पीपल और सहजने की छाल का चूर्ण बनाकर उसी मात्रा में मिश्री मिलाकर खायें। इससे बादी बवासीर ठीक होती है।

23- सांप की केंचुली को जलाकर उसे सरसों के तेल में मिलायें। इस तेल को गुदा पर लगाने से मस्से कटकर गिर जाते हैं।

24- कपूर को आठ गुना अरण्डी के गर्म तेल में मिलाकर मलहम बनाकर रखें। पैखाने के बाद मस्सों को धोकर और पौंछकर मस्सों पर मलहम को लगायें। इसको लगाने से

दर्द, जलन, चुभन आदि में आराम रहता है तथा मस्से सूखकर गिर जाते हैं।

25- फूली हुई और दर्दनाक बवासीर पर हरी या सूखी भांग 10 ग्राम अलसी, 30 ग्राम की पुल्टिश बनाकर बांधने से दर्द और खुजली मिट जाती है।

26- तुलसी के पत्ते का रस निकालकर इसे नीम के तेल में मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम मस्सों पर लगाएं। मस्सों पर इसको लगाने से मस्से जल्द ठीक हो जाते हैं।

27- चुकन्दर खाने व रस पीते रहने से बवासीर के मस्से समाप्त हो जाते हैं।

28- बवासीर के मस्सों पर करीब एक महीने तक लगातार पपीते का दूध लगाने से मस्से सूख जाते हैं।

29- भूनी फिटकरी और नीलाथोथा 10-10 ग्राम को पीसकर 80 ग्राम गाय के घी में मिलाकर प्रतिदिन सुबह-शाम मस्सों पर लगायें। इससे मस्से सूखकर गिर जाते हैं।

30- कनेर की जड़ को ठंड़े पानी के साथ पीसकर शौच जाते समय जो मस्से बाहर निकल जाते है उन पर लगाने से वे मिट जाते हैं।

बबासीर का देशी इलाज | बबासीर के मस्सों को कैसे नष्ट करें | Top 30 Home Remedies for destroy piles warts, How to destroy piles warts

Categories

Powered by Blogger.

Social Icons

.

Featured Posts

.

Follow us Facebook

Health Beauty Tips

Popular Posts