हम क्यों मनाते हैं बाल दिवस ? | Happy Children Day 2017

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Monday, 17 July 2017

गर्भावस्था के दौरान अपनाएं यह डाइट चार्ट:

गर्भावस्था के दौरान अपने डायट चार्ट में जरूरी पोषक तत्वों को करें शामिल |
● गर्भवती होने के बाद नियमित व्यायाम अवश्य करें, इससे फिटनेस बनी रहती है।
● प्रेग्नेंट महिला को गर्भधारण के बाद 300 अतिरिक्त कैलोरी की होती है जरूरत।
● अपने आहार में प्रोटीन, विटामिन, आयर, कैल्शियम आदि जरूर शामिल कीजिए।
● ज्यादा भार न उठायें, ज्यादा काम करने से बचें और भरपूर आराम जरूर करें।


Diet chart during pregnancy month by month in Hindi:


● गर्भावस्था का समय महिलाओं के लिए आम तौर पर मिले-जुले अनुभव लेकर आता है, कभी उन्हें आने वाले शिशु की चिंता सताती है। इस दौरान आपको होने वाले बच्चे का भी ध्यान रखना पड़ता है। यदि आपने खान-पान या नियमित होने वाली जांच में अनियमितता बरती तो यह आप और बच्चे दोनों के लिए नुकसानदेह हो |

● तो कभी यह अनुभव उनके लिए सुखदायी होता है। चिकित्सकों के परामर्श अनुसार महिलाएं आजकल आराम पर भी ध्यान देती हैं, लेकिन व्यायाम पर ध्यान नहीं देतीं। 

स्वस्थ व सुरक्षित गर्भावस्था में व्यायाम भी उतना ही आवश्यखक है, जितनी दूसरी बातें। आइए हम आपको उचित और अनुचित के बारे में जानकारी दे रहे हैं।


गर्भावस्था में देखभाल:

1) व्यायाम करें :
गर्भवती होने के बाद यदि आप नियमित व्यायाम कर रही हैं तो इससे आप न केवल फिट रहेंगी बल्कि सामान्य प्रसव की संभावना भी बढ़ेगी। इसलिए नियमित व्यायाम अवश्य करें, ज्यादा थकाऊ व्यायाम की जगह हल्के फुल्के व्यायाम ही करें। सैर करें, यह आसान भी है।

यदि आप गर्भावस्था से पहले से ही व्यायाम करती आ रही हैं, तो चिकित्सक और ट्रेनर से संपर्क के बाद ही व्यायाम की शुरूवात करें। व्यायाम करने से रक्त संचार सुचारु होता है, 

अंतिम चरण तक चलते-फिरने, उठने-बैठने में परेशानी नहीं होती, कब्ज़ की शिकायत दूर होती है और थकान भी कम होती है।

2) आपका खानपान :-

गर्भवती महिला को लगभग 300 अतिरिक्त कैलोरी की जरूरत होती है। इस दौरान आपको पौष्टिक आहार का सेवन करना चाहिए, इसलिए अपने आहार में प्रोटीन, विटामिन, आयर, कैल्शियम आदि जरूर शामिल करें। यदि सुबह आपका जी मचलता है, तो पर्याप्त मात्रा में पानी पियें और थोड़ी-थोड़ी मात्रा में कई बार खायें और अच्छी नींद लें। सुबह उठने के साथ ही नाश्ता ज़रूर करें।

3) इन बातों पर रखें नज़र :- 

● सुबह अचानक बिस्तर से ना उठें।
● आपकी त्वचा अत्यंत रूखी हो रही है, तो माश्चराइज़र का प्रयोग करें।
● कई महिलाओं को गर्भावस्था के दौरान शरीर में दर्द की शिकायत रहती है, ऐसा होने पर सोने से पहले शरीर की मालिश करें।
● ज्यादा भार न उठायें, काम करने से बचें और आराम भरपूर करें।

गर्भावस्था के दौरान सर्वश्रेष्ठ भोजन:

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Sunday, 16 July 2017

त्‍वचा पर अगर झुर्रियां पड़ने लगे तो समझ जाना चाहिये कि आप बूढी हो रही हैं। मगर अगर आपकी उम्र ज्‍यादा नहीं है और फिर भी चेहरे पर झुर्रियों का पता साफ चलता है तो सावधान हो जाएं। झुर्रियों को दूर करने के लिये किसी कॉस्‍मेटिक शॉप या पार्लर में जा कर पैसे फूंकने की बजाय अपनी डाइट में अच्‍छे पेय पदार्थ शामिल कीजिये।


Home Remedies For Reducing Wrinkles:


हेल्‍दी ड्रिंक ना केवल शक्‍ति देता है बल्कि झुर्रियों से भी लड़ने में सहायक होता है। एंटीऑक्‍सीडेंट और एंटी एजिंग तत्‍व होने की वजह से ये जूस त्‍वचा के लिये काफी फायदेमंद होते हैं। हेल्‍दी पेय जैसे, दूध, पानी, टमाटर का रस, कॉफी, रेड वाइन आदि बडी़ ही आसानी से उपलब्‍ध होते हैं। इन्‍हें अपनी डाइट में शामिल कीजिये और देखिये कि आपके चेहरे पर कैसे निखार लाते हैं। अब आपको झुर्रियों से बिल्‍कुल भी डरने की आवश्‍यकता नहीं है।1

Energy Drink for avoid facial wrinkles:

1) दूध
रात को सोने जाने से पहले एक गिलास दूध जरुर पीजिये। इससे आपकी हड्डियां मजबूत बनेंगी और आपकी मासपेशियो को प्रोटीन मिलेगा। सुबह जब आप सो कर उठेंगी तो आप तरोताजा महसूस करेंगी।
2) पानी
आप जितना ज्‍यादा पानी पियेंगी आपकी त्‍वचा उतनी ही ज्‍यादा ग्‍लो करेगी। आपकी त्‍वचा में नमी पहुंचेगी और अभी और बाद में वह लटकने से बच जाएगी।
3) कॉफी
ब्रेकफास्‍ट के समय यदि आप ब्‍लैक कॉफी पीते हैं तो शरीर में शक्‍ति बढती है। काफी चेहरे को हसीन और चमकदार बनाती है क्‍योंकि इसमें एंटीऑक्‍सीडेंट होता है जो कि चेहरे पर ज्‍लद झुर्रियां नहीं पडने देता।
4) ग्रीन टी
इसमें ढेर सारा एंटी ऑक्‍सीडेंट पाया जाता है जिससे स्‍किन पर झुर्रियां नहीं पडती। दिन भर में दो कप ग्रीन टी पीने से रक्‍त अंदर से साफ होगा जिससे आप पाएगीं बेदाग और निखी त्‍वचा। ग्रीन टी से चेहरे पर होने वाले मुंहासे और झाइयां दोनों ही दूर होते हैं।
5) रेड वाइन
डिनर के समय रेड वाइन पीजिये। इसमें एंटी एजिंग तत्‍व पाया जाता है जिससे चेहरा जवान बनता है।
6) टमाटर का रस
इसमें लाइकोपीन होता है जो कि एक एंटी ऑक्‍सीडेंट है। यह त्‍वचा को झुर्रियों से बचाता है और चमकदार त्‍वचा पाने में मदद करता है। आप टमाटर को कच्‍चा खा सकती हैं और इसका रस भी पी सकती हैं। इसका रस पीने से शरीर की गंदगी बाहर निकल जाती है।
7) गाजर
गाजर एक एंटी एजिंग की तरह कार्य करता है। इसमें पाया जाने वाला ढेर सारा बीटा केरोटीन, एंटीऑक्‍सीडेंट हमारे शरीर की कोशिकाओं की मरम्‍मत करता है। इससे कोशिकाओं की उम्र काफी देर से घटती है और शरीर पर झुर्रियां नहीं पडतीं।
8) संतरा
यदि आप प्रतिदिन एक संतरे का सेवन करती हैं, तो इससे झुर्रियां रोकने में मदद मिल सकती है। इसमें कोलाजेन नामक प्रोटीन त्वचा को लचीला बनाए रखने में मदद करता है और विटामिन सी त्‍वचा को बूढा होने से रोकता है।
क्‍या आप हर दिन हेल्‍दी ब्रेकफास्‍ट करती हैं। अगर नहीं तो आप दिन भर की एनर्जी पाने के लिए क्‍या करती हैं, फल खाती हैं, स्‍प्राउट खाती हैं, या फिर मिल्‍क लेती हैं। हाल ही में हुए एक सर्वे से पता चलता है कि महिलां अपने दिनचर्या के काम में सुबह से इतना ज्‍यादा व्‍यस्‍त हो जाती हैं कि वे सुबह का नाश्‍ता नहीं कर पाती हैं जिसके कारण उन्‍हे कमजोरी आने लगती है क्‍योंकि उनके शरीर में पर्याप्‍त मात्रा में ऊर्जा का संचार नहीं हो पाता है।




Top 10 Energy Boosting Foods for Women:


सुबह के नाश्‍ते की ऊर्जा आपको सारा दिन शक्ति प्रदान करता है। ऐसे में नाश्‍ता जरूर करिए। अगर आप किसी कारणवश नाश्‍ता समय से नहीं कर पाती हैं तो ऐसे भोजन को लें जो आपके शरीर को भरपूर ऊर्जा दें। 

आइए जानते हैं ऐसे ही कुछ फूड के बारे में, जो आपके शरीर को भरपूर ऊर्जा देगें:

1) कार्बोहाइड्रेट:
शरीर में पर्याप्‍त मात्रा में ग्‍लूकोज की पूर्ति कार्बोहाइड्रेट ही कर पाता है। इसलिए हर दिन आलू या सफेद आटे का सेवन करें।
2) ब्राउन राइस:
सफेद चावल की अपेक्षा ब्राउन राइस का सेवन ज्‍यादा फायदेमंद होता है। इससे शरीर को भरपूर ऊर्जा मिलती है।
3) आलू:
आलू से शरीर में कार्बोहाइड्रेट मिलता है। शकरकंद भी आलू का एक प्रकार होता है इसमें ऊर्जा भरपूर मात्रा में होती है। साथ ही साथ इसमें विटामिन ए और सी भी होता है।
4) शहद:
शहद में प्राकृतिक मिठास होती है जो शरीर को ऊर्जा देती है। इससे शरीर में कैलोरी की मात्रा नहीं बढ़ती है।
5) सेब:
सेब में आयरन की भरपूर मात्रा होती है। साथ ही साथ इसमें फाइबर भी बहुत ज्‍यादा होता है।
6) केला:
केला में बहुत एनर्जी होती है। यह आपके शरीर को इतनी ऊर्जा दे देता है कि आप सारा दिन बिना कुछ खाएं एनर्जीलेस फील नहीं करेगें। लेकिन अगर केले का सेवन काला नमक डालकर करें तो यह और ज्‍यादा फायदा करता है।
7) पालक:
पालक में विटामिन के भरपूर मात्रा में होता है। इसके अलावा, इसमें आयरन भी काफी ज्‍यादा पाया जाता है। महिलाओं के शरीर के लिए पालक बहुत लाभकारी होती है।
8) बादाम:
बादाम में विटामिन ई बहुत ज्‍यादा होता है हर दिन पानी में भिगोकर पांच बादाम का सेवन करने से शरीर को भरपूर ऊर्जा मिलती है।
9) अंडा:
अंडे को उबाल कर नमक डालकर खाने से शरीर को भरपूर ऊर्जा मिलती है। इसमें प्रोटीन भी काफी अधिक मात्रा में होता है। अंडे से मिलने वाली ऊर्जा प्राकृतिक होती है और इससे कोई साइडइफेक्‍ट नहीं होता है।

Friday, 14 July 2017

आयुर्वेद ने महिलाओं में 20 प्रकार के योनि रोग बताए हैं, जिनमें से कोई भी रोग स्त्री के बाँझपन का कारण हो सकता है। यूँ तो बन्ध्यत्व के कई कारण हो सकते हैं 

Ayurvedic treatment of infertility in hindi:




स्त्री बाँझपन तीन प्रकार का होता है-
पहला- आदि बन्ध्यत्व यानी जो स्त्री पूरे जीवन में कभी गर्भ धारण ही न करे, इसे प्राइमरी स्टेरेलिटी कहते हैं। 
दूसरा- काक बन्ध्यत्व यानी एक संतान को जन्म देने के बाद किसी भी कारण के पैदा होने से फिर गर्भ धारण न करना। एक संतान हो जाने के बाद स्त्री को बाँझ नहीं कहा जा सकता अतः ऐसी स्त्री को काक बन्ध्त्व यानी वन चाइल्ड स्टेरेलिटी…



मनुष्यों में एक वर्ष तक प्रयास करते रहने के बाद अगर गर्भधारण नहीं होता तो उसे बन्ध्यता या अनुर्वरता
कहते हैं। यह केवल स्त्री के कारण नहीं होती। केवल एक तिहाई मामलों में अनुर्वरता स्त्री के कारण होती है।

बांझपन का आयुर्वेदिक उपचार:

दूसरे एक तिहाई में पुरूष के कारण होती है। शेष एक तिहाई में स्त्री और पुरुष के मिले जुले कारणों से या
अज्ञात कारणों से होती है।

अनुर्वरता के मुख्य कारण
लगभग 15% युगल अपनी पहली गर्भावस्था के प्रयास में विफल होते है यदि नए युगल संभोग के एक वर्ष के बाद भी गर्भावस्था को प्राप्त करने में असमर्थ होते है तो ऐसे रोगियों में बांझपन की समस्या हो सकती है परिभाषित. तथ्य यह है कि सभी बांझपन का सामना कर रहे जोड़ों का 60%, एक पुरुष कारक शामिल है. जबकि subfertility मामलों का लगभग 40% में अकेले पुरुष में और दूसरा 20% में दोनों पुरुष और महिला रहे हैं. कुछ शारीरिक दोषों के कारण (अल्पशुक्राणुता) गिनती और शुक्राणु की गुणवत्ता खराब हो जाती है जिसके कारण पुरुष बांझपन के लिए जिम्मेदार होते हैं कुछ कारण अस्पष्टीकृत होते है, जैसे गंभीर बीमारी, कुपोषण, आनुवंशिक असामान्यताएं, प्रदूषण, और भी कुछ दवाओं, हार्मोन और रसायनों के दुष्प्रभावों के मामलों के बाकी हिस्सों में जिम्मेदार हैं. (संक्षेप में, यह संख्या लेकिन शुक्राणु की गुणवत्ता कि प्रजनन क्षमता में महत्वपूर्ण है नहीं है).

पुरूष के सम्पूर्ण स्वास्थ्य एवं जीवन शैली का प्रभाव शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता पर प्रभाव पड़ता
है। जिन चीज़ों से शुक्राणुओं की संख्या और गुणवत्ता घटती है उस में शामिल हैं – मदिरा एवं ड्रग्स वातावरण का विषैलापन जैसे कीटनाशक दवाएं, धूम्रपान, मम्पस का इतिहास, कुछ विशिष्ट दवाँएं तथा कैंसर के कारण रेडिएशन।

*.अंडे की गुणवत्ता
*.अवरुद्ध अण्डवाही ट्यूबें
*.असामान्य हार्मोन के स्तर
*.जीवन शैली
*.यौन संचारित रोग
*.मोटापा
*.शुक्राणु बनने की समस्य – बहुत कम शुक्राणू या बिलकुल नहीं।
*.मदिरा, ड्रग्स एवं सिगरेट पीना
*.वातावरण का विषैलापन जैसे कीटनाशक दवाएं यौनपरक संक्रमण से अनुर्वरकता यौनपरक संक्रमण के कारणभूत जीवाणु गर्भाशय और ट्यूबों की ग्रीवा में प्रवेश पा सकते हैं और अण्डवाही ट्यूबों के अन्दर की त्वचा को अनावृत (नंगा) कर देते हैं हो सकता है कि अन्दर पस बन जाए। 

एन्टीबॉयटिक बगैरह खा लेने से यदि वह ठीक भी हो जाए तो भी हो सकता है कि ट्यूब के अन्दर की नंगी
दीवारें आपस में जुड़कर टूयूब को बन्द कर दें और अण्डे को या वीर्य को आगे न बढ़ने दें सामान्यतः गर्भ धारण के लिए अण्डा और वीर्य ट्यूबों में मिलते हैं तो उर्वरता होती है।
अधिक आयु
बच्चे को जन्म देने की सम्भावनाएं बढ़ती उम्र के साथ निम्न कारणों से घटती है
*.उर्वरण के लिए तैयार अण्डे के निष्कासन की सामर्थ्य में बढ़ती उम्र के साथ कमी आ जाती है।
बांझपन का इलाज
*.बढ़ती उम्र के साथ ऐसी स्वास्थ्यपरक समस्याएं हो सकती है जिनसे उर्वरकता में बाधा पड़े।
*.साथ ही गर्भपात की सम्भावनाएं भी बहुत बढ़ जाती हैं।
बांझपन की दशा में...
1 * सेमर की जड़ पीसकर ढाई सौ ग्राम पानी में पकाएं और फिर इसे छान लें। मासिक धर्म के बाद चार दिन तक इसका सेवन करें।

2.  50 ग्राम गुलकंद में 20 ग्राम सौंफ मिलाकर चबाकर खाएं और ऊपर से एक ग्लास दूध नियमित रूप से पिएं। इससे आपको बांझपन से मुक्ति मिल सकती है।

3 गुप्तांगों की साफ सफाई पर विशेष ध्यान दें। खाने में जौ, मूंग, घी, करेला, शालि चावल, परवल, मूली, तिल का तेल, सहिजन आदि जरूर शामिल करें।

4 * पलाश का एक पत्ता गाय के दूध में औटाएं और उसे छानकर पिएं। मासिक धर्म के बाद से पीना शुरू करें
और 7 दिनों तक प्रयोग करें।

5 * पीपल के सूखे फलों का चूर्णं बनाकर रख लें। मासिक धर्म के बाद 5-10 ग्राम चूर्णं खाकर ऊपर से कच्चा दूध पिएं। यह प्रयोग नियमित रूप से 14 दिन तक करें।

6 * मासिक धर्म के बाद से एक सप्ताह तक 2 ग्राम नागकेसर के चूर्णं को दूध के साथ सेवन करें। आपको
फाएदा होगा।

7 * 5 ग्राम त्रिफलाधृत सुबह शाम सेवन करने से गर्भाशय की शुद्धि होती है। जिससे महिला गर्भधारण करने के योग्य हो जाती है।
गर्भधारण हेतू कुछ उपाय
8 * तीन ग्राम गोरोचन, 10 ग्राम असगंध, 20 ग्राम गजपीपरी तीनों को बारीक पीसकर चूर्णं बनाएं। फिर पीरिएड के चौथे दिन से निरंतर पांच दिनों तक इसे दूध के साथ पिएं।

9 * महिलाओं को शतावरी चूर्णं घी – दूध में मिलाकर खिलाने से गर्भाशय की सारी विकृतियां दूर हो जाएंगीं और वे गर्भधारण के योग्य होगी।

10.. 10 ग्राम पीपल की ताज़ी कोंपल जटा जौकुट करके 500 मि.ली. दूध में पकाएं। जब वह मात्र 200 मि.ली. बचे तो उतारकर छान लें। फिर इसमें चीनी और शहद मिलाकर पीरिएड होने के 5वें या 6ठे दिन से खाना शुरू कर दें। यह बहुत अच्छी औषधि मानी जाती है।

Saturday, 1 July 2017

पपीते से त्वचा के काले धब्बे  को कैसे करे साफ?

कच्‍चे पपीते में एंजाइम होता है, जिसे रेगुलर त्‍वचा पर लगाने से बाल की जड़ कमजोर पड़ जाती है और धीरे धीरे बाल आना बंद हो जाते हैं।
यह फल बीएचएए के जरिए त्वचा की गंदगी और तेल को भी हटाता है, जो कि मुहांसे का मुख्य कारण है।
कच्‍चा पपीता, हल्‍दी, बेसन , शहद और ऐलोवेरा


त्वचा पर काले धब्बे तथा अनचाहे बालो से मुक्ति:



इस पैक को बनाने के लिये कच्‍चे पपीते के कुछ टुकडे़ ले कर पीस लें। फिर इसमें शहद, अलोवेरा का पल्‍प, 1 चुटकी हल्‍दी और बेसन मिक्‍स करें। इस पेस्‍ट को लगाएं और सूखने दें। फिर इसे धीरे धीरे मसाज़ करते हुए निकालें।
इसके बाद चेहरे को हल्के गर्म पानी से धो लें।
ऐसा कुछ ३-४ दिन लगातार करते रहे ..फिर सप्ताह में एक बार करे |
मात्रा -- जितनी जगह पर लगाना हो उसके अनुसार कम ज्यादा करे ..
पपीता +शहद+एलोवेरा बराबर मात्र में , हल्दी व् बेसन आधा-आधा चम्मच

अनचाहे बालों से हमेशा के लिए छुटकारा

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Friday, 30 June 2017

अपनाएं ये सदियों पुराने नुस्खे हमेशा जवान दिखने के लिए:

कौन नहीं चाहता कि वह हमेशा जवान बने रहें? प्रत्येक आदमी जवान दिखना चाहता है और इसके लिए कुछ लोग अपने डाइट पर ध्यान देते हैं तथा कुछ सर्जरी और बोटोक्स को अपनाते हैं। जवान दिखने के लिए यह सब की जरूरत नहीं है आप अपने रोज के डाइट में कुछ हेल्दी फूड्स को शामिल कर हमेशा जवान दिख सकते हैं।

हमेशा जवान दिखने के लिए क्या करें? :



What we do for always looking young? :

What we do for always looking young?

नीचे कुछ हेल्दी फूड्स दिये गए हैं जिसे खाकर आप रह सकते हैं हमेशा जवान-
दही- अपने भोजन में दही को शामिल करें क्योंकि इसमें प्रचुर मात्रा में कैल्शियम पाया जाता है जो ऑस्टोपोरोसिस से बचाता है इसके अलावे इसमें गुड   बैक्टिरिया पाया जाता है जो स्वास्थ्य के लिए अच्छा है। यह बढ़ती उम्र में आंत की बीमारियों में फायदा पहुंचाता है।
मछली- मछली में ओमेगा-3 फैट्स प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जो कोलेस्ट्रोल बनने से रोकता है। धमनियों को मजबूत करता है और असामान्य दिल की धड़कन को नियंत्रित करता है। 
तरबूज- इस रसदार फल में लाइकोपीन पाया जाता है जो स्किन को चमकदार और सुंदर बनाता है। लाइकोपीन एक एंटीऑअक्सीडेंट होता है।  
खीरा- जवान दिखने के लिए आप अपने भोजन में खीरा को शामिल करें क्योंकि इसमें मिनरल सिलिका पाया जाता है। जो ऊतकों को मजबूती के लिए आवश्यक है। इसमें मैग्नेशियम, आयनिक पोटेशियम और विटामिन सी भी प्रचुर मात्रा में पाया जाता है।
एवोकैडो (नाश्पाती जैसा फल)- इमसें ओलिक एसिड और ओमेगा-9 फैटी एसिड प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। एवोकैडो आपके स्किन को सॉफ्ट और मॉइस्चराइज़ बनाए रखता है।
इसलिए आप आपने भोजन में इन्हें शामिल करें। जिससे आप हमेशा जवान बने रह सकते हैं।

Thursday, 29 June 2017

ऑफिस में अपने साथ रखें ये 6 ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट:

अगर आप सोंचती हैं कि हर वक्‍त अच्‍छा दिखना आपके लिये संभव नहीं है , तो इस बात पर ज़रा फिर से विचार कर लें। हम हमेशा सैलून वाला लुक ले कर नहीं चल सकते लेकिन खुद को बुरा भी नहीं दिखा सकते। अगर आप जॉब करती हैं और ऑफिस के बाद आपको किसे मिलने जाना होता है या पार्टी आदि अटेंड करनी पड़ती है तो, उस दौरान अपने पर्स में हमेशा कुछ जरुरी मेकअप प्रोडक्‍ट रखने चाहिये।



● कई लड़कियों की आदत होती है कि वह अपने बैग में ढेर सारा बेकार का मेकअप प्रोडक्‍ट ले कर चलेंगी तो किसी की आदत होती है कि वह अपने बैग को बिल्‍कुल खाली रखेंगी। दोनों ही चीज़ें बुरी हैं। आइये जानते हैं अपने पर्स में लड़कियों को कौन से जरुरी मेकअप प्रोडक्‍ट रखने चाहिये।

ऑफिस में अपने साथ रखें ये 6 ब्‍यूटी प्रोडक्‍ट

1) BB Cream :- 
हर प्रकार की त्‍वचा के लिये अलग अलग रंगों में आने वाली बी बी क्रीम चेहरे से दाग धब्‍बे हटा कर चेहरे को पूरा कवरेज देने में मदद करती है। यह एक छोटी ट्यूब में आती है इसलिये बैग में यह ज्‍यादा स्‍पेस नहीं लेगी। कहीं भी जाना हो, तुरंत बैग से बीबी क्रीम निकालिये और लगाइये।

2) प्रेस्‍ड पाउडर : (Pressed Powder)
अपने चेहरे से ऑयल हटाना हो तो, प्रेस्‍ड पाउडर का प्रयोग करें। इससे आप टच अप दे सकती हैं, जिससे चेहरे पर मेट लुक आ जाएगा।
3) लिपस्‍टिक ( Lipstick ) :- 
आपको नहीं पता कि आप को कब और किससे मिलना पड़ सकता है। इसलिये हमेशा तैयार दिखें। अपने पर्स में हमेशा अपने फेवरेट कलर का लिप ग्‍लॉस या लिपस्‍टिक रखें।
4) आईलैश कर्ल ( Eye - shadow ):-
अगर आप मस्‍कारा नहीं लगाती हैं तो अपने पर्स में आईलैश कर्ल संभाल कर रखें। इससे आंखों में एक नीट लुक आएगा और आप प्राकृतिक रूप से ही सुंदर दिखेंगी।
5) काजल ( Kajal ):-
काजल लगाने से चेहरे पर अच्‍छा निखार आ जाता है। इससे आप की आंखें थकान भरी नहीं लगतीं।
6) परफ्यूम ( Perfume ) :- 
पार्टी के लिये आपको अच्‍छा महकना जरुरी है। बैग में हमेशा एक छोटी बॉटल परफ्यूम

Wednesday, 28 June 2017

Make Yourself Beautiful Just in Few Minutes:

डार्क स्पॉट, फ्रेकल्स और बेजान त्वचा! मौसम के बदलाव के कारण त्वचा ने न जाने ऐसी कितनी समस्याएं झेली होंगी। लेकिन अब समय है उनसे निपटने और खोई हुई रंगत वापस पाने का।


एक हफ्ते में पाएं बेजान स्किन में जान:

● जैसे-जैसे हमारी उम्र बढ़ती जाती है, स्किन टोन भी बदलती जाती है। झाइयां, रूखी त्वचा और डार्क स्पॉट साफनजर आने लगते हैं और त्वचा उतनी साफऔर गोरी नहीं रह जाती। उस पर सीजन का असर भी होता है। विंटर में सनस्क्रीन क्रीम शायद ही कोई इस्तेमाल करता है। साथ ही खुली ठंडी हवाएं त्वचा की ऊपरी परत को काफी हद तक नुकसान पहुंचाती हैं। कॉम्प्लेक्शन डल कर देती हैं। सामान्य और रूखी त्वचा पर खास तौर पर इनका असर होता है। इसलिए अगर आप अपनी रंगत को निखारना चाहती हैं तो ब्यूटी एक्सपर्ट अंबिका पिल्लै की ये ट्रिक्स अपनाइए और खोई हुई रंगत वापस पाइए।



1) सनब्लॉक :-
गोरी रंगत पाने का सबसे आसान उपाय है रोज सनब्लॉक का इस्तेमाल। इसलिए ऐसा मॉयस्चराइजर लें जिसमें एसपीएफ 15 या उससे भी अधिक हो। सुबह चेहरा धोने के बाद इसे लगाना न भूलें। सनब्लॉक न सिर्फ आपकी त्वचा को डार्क होने से बचाता है, नुकसानदेह यूवी किरणों से त्वचा के कैंसर और आकस्मिक झुर्रियों से भी बचाता है। अपने हाथों पर भी सनब्लॉक जरूर लगाएं।
2) एक्सफोलिएट :-
हफ्ते में एक बार एक्सफोलिएशन से त्वचा के डेड सेल्स निकल जाते हैं और वह गोरी-चमकदार हो जाती है। 2 टेबल स्पून ओटमील में 2 टेबल स्पून ब्राउन शुगर व 1/4 कप दूध मिलाकर पेस्ट बनाएं। इससे गोलाई में घुमाते हुए स्क्रब करें। धोकर मॉयस्चराइजर लगाएं।
3) मास्क पॉवर :-
गोरी रंगत पाने के लिए घर पर यह मास्क तैयार करें-चंदन पाउडर+नीबू का रस+टमाटर का रस+खीरे का रस बराबर मात्रा में लेकर पेस्ट बनाएं। चेहरे पर लगाकर सूखने दें। धोकर मॉयस्चराइजर लगाएं ताकि त्वचा की नमी बरकरार रहे।

चेहरे पर चमक लाने के उपाय
चमकदार चेहरे के लिए
चेहरे पर अनचाहे बाल हटाने के उपाय
चेहरे की देखभाल कैसे करे
गुलाब जल के उपयोग
चेहरे की सुन्दरता के लिए
चेहरे पर चमक लाने के लिए योग
चेहरे को गोरा करने के घरेलू उपाय

Tuesday, 27 June 2017

 रोज सवेरे एक गिलास ताजे टमाटर का जूस तैयार करें, दो चम्मच शहद मिलाकर सेवन करें और सिर्फ़ एक महिने के अंदर चेहरे की रंगत देखिए, आईना शरमा जाएगा |


Tomato benefits for skin whitening:

● जानकार इसे वजन कम करने का एक अच्छा उपाय मानते है जबकि गुजरात के आदिवासी इसे यकृत और फ़ेफ़डों के लिए बेहतर टोनिक मानते है..
 आजमाईये जरूर |




Monday, 26 June 2017

गोरी निखरी त्वचा पाने के लिए महिलाएं हर जतन करने के लिए तैयार रहती हैं। इसके लिए वे अपना काफी समय ब्यूटी पार्लर में भी बिताती हैं लेकिन कुछ खास फायदा नजर नहीं आता है। खूबसूरत त्वचा पाना कोई एक दिन का काम नहीं है। इसके लिए आपको हर रोज अपने चेहरे का विशेष ध्यान रखना चाहिए। त्वचा को निखारने में जितनी भूमिका ब्यूटी प्रोड्क्टस की होती है उसे कहीं ज्यादा आपके द्वारा लिए जा रहे है आहार की होती है। जिस तरह शरीर को पोषण की जरूरत होती है उसी तरह हमारी त्वचा को भी इसकी जरूरत होती है। आपकी त्वचा को गोरा निखरा बनाने के लिए हम लेकर आए हैं कुछ आसान टिप्स:



जरूरी विटामिन
अक्सर महिलाएं यह सोचती हैं कि उनके क्रीम और लोशन विटामिन सी या ई मौजूद है तो उन्हें आहार की जरूरत नहीं है। लेकिन यह धारणा गलत है अगर आप इन विटामिनों से भरपूर फल या सब्जियां खाएंगी तो यह आपकी त्वचा के लिए फायदेमंद होगा। इन विटामिनों के सेवन से आपके चेहरे पर सूरज की रोशनी से चेहरे पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा इसके अलावा ऐसे आहार झुर्रियों से भी बचाते हैं।



चेहरे की सफाई
गर्मी के मौसम में चेहरे को कई बार ठंडे पानी से धो सकते हैं। यह आपके चेहरे से गंदगी और मृत त्वचा को बाहर निकालेगा। जब भी कहीं बाहर से आएं तो अपने चेहरे को क्लींजर से साफ करें। अगर चेहरे पर पिंपल हैं तो एंटीबैक्टीररियल क्लींजर का प्रयोग करें जिससे पोर्स खुल जाएं और गंदगी साफ हो जाए।
दूध और गाजर का रस
गाजर में बीटा कैरोटीन पाया जाता है जो कि त्वचा में कसाव लाता है। इस पैक को बनाने के लिये, गाजर को कस लीजिये और उसमें दूध मिला लीजिये। इसे अपने चेहरे पर कुछ मिनट के लिये लगा कर मसाज करें और फिर उसके बाद ठंडे पानी से चेहरा धो लें। इसके साथ दही भी मिला कर मसाज कर सकती हैं। अगर यह पैक लगाने के बाद आपका चेहरा ऑयली हो जाए तो आप हल्का सा फेस वॉश लगा कर मुंह धो सकती हैं। इसे लगातार इस्तेमाल करने से त्वचा में निखार आएगा।
हल्दी निखारे रंग
त्वचा की रंगत को निखारने के लिए हल्दी का प्रयोग सबसे उत्तम तरीका है। पेस्ट बनाने के लिए हल्दी और बेसन या फिर आटे का प्रयोग करें। हमेशा ध्यान रखें कि आप खड़ी हल्दी का ही प्रयोग करें न कि बाजार में मिलने वाली पैकेट हल्दी। एक मिक्स‍र में खड़ी हल्दी और थोड़ी सी ताज़ी मलाई डाल कर ब्लेंड करें। जब पेस्ट तैयार हो जाए तब उसमें दूध और आटा मिलाएं और गाढ़ा पे बनाएं। इस पेस्ट को अपने चेहरे पर 10 मिनट लगाएं और ठंडे पानी से धो लें।

चंदन बनाएं खूबसूरत
रंग निखारने के लिए चंदन का प्रयोग करना अच्छा है। चंदन से चेहरे को किसी तरह का कोई साइड इफेक्ट भी नहीं होता है। गोरी रंगत देने के अलावा यह एलर्जी और पिंपल को भी दूर करता है। पेस्ट बनाने के लिए चंदन पाउडर में 1 चम्मच नींबू और टमाटर का रस मिलाएं और पेस्टन को अपने चेहरे और गदर्न में अच्छी  तरह से लगा लें।
उबटन बनाए गोरा
आपने देखा होगा लड़कियों को शादी से 15 पहले उबटन लगाना शुरु कर दिया जाता जिससे उनका रंग निखर जाता है। उबटन रंग निखारने का सबसे अच्छा व आसान तरीका माना जाता है। उबटन बनाने के लिए आप काली सरसों को दूध में उबाल कर सुखा लें फिर उसे रोज थोड़ा-थोड़ा पीस कर हाथ-पैर व चेहरे पर लगाएं। फिर देखें कैसे आपकी त्वचा कुछ ही दिनों में निखर जाएगी।

Sunday, 2 April 2017

Yoga Breathing Exercise Kapalbhati Benefits:


योग के ही कुछ प्राणायाम और ध्यान की तकनीक को मिलाकर ही आर्ट ऑफ लिविंग के प्रणेता श्रीश्री रविशंकर ने सुदर्शन क्रिया और नव संन्यास तथा कम्यून कांसेप्ट के प्रणेता ओशो ने सक्रिय ध्यान की विधियाँ विकसित की हैं। आसनों में सूर्य नमस्कार, प्राणायामों में कपालभाती और ध्यान में ‍विपश्यना का महत्वपूर्ण स्थान है।

कपालभाती प्राणायाम को हठयोग में शामिल किया गया है। प्राणायामों में यह सबसे कारगर प्राणायाम माना जाता है। यह तेजी से की जाने वाली रेचक प्रक्रिया है। मस्तिष्क के अग्र भाग को कपाल कहते हैं और भाती का अर्थ ज्योति होता है।


कपालभाती प्राणायाम के फायदे:

विधि: 
सिद्धासन, पद्मासन या वज्रासन में बैठकर साँसों को बाहर छोड़ने की क्रिया करें। साँसों को बाहर छोड़ने या फेंकते समय पेट को अंदर की ओर धक्का देना है। ध्यान रखें कि श्वास लेना नहीं है क्योंकि उक्त क्रिया में श्वास स्वत: ही अंदर चली जाती है।

● Timing = 15min in morning and 15 min evening in empty stomach. 
लाभ :
● यह प्राणायाम आपके चेहरे की झुर्रियाँ और आँखों के नीचे का कालापन हटाकर चेहरे की चमक बढ़ाता है। 
● दाँतों और बालों के सभी प्रकार के रोग दूर हो जाते हैं। 
● शरीर की चरबी कम होती है। कब्ज, गैस, एसिडिटी की समस्या में लाभदायक है।
● शरीर और मन के सभी प्रकार के नकारात्मक तत्व और विचार मिट जाते हैं।
● थायराइड को कम करता है।
● पेट का मोटापा कम करता है।
● कब्ज खत्म करने में मदद करता है। । पाचन तंत्र को बढता है।
● स्किन एलर्जी और संक्रमण का इलाज करता है।

Saturday, 18 February 2017

बच्चा चाहती हैं सुंदर और स्वस्थ तो जरूर खाएं नारियल:

नारियल हमारे स्‍वास्‍थ्‍य के लिए बहुता अच्‍छा माना जाता है। चाहे वह कच्‍चा हो पक्‍का हो या फिर वह नारियल का पानी ही क्‍यों न हो, इसके सेवन कई बीमारियों को दूर किया जा सकता है। नारियल पानी में फाइबर, मैगनीशियम, कैल्‍शिम, विटामिन सी आदि बहुत सारे पोषक तत्‍व होते हैं। 

कई महिलाओं में यह गलत धारणा है कि गर्भावस्‍था के दौरान गर्भवती महिलाओं को नारियल पानी नुक्‍सान कर सकता है। पर अगर आप गर्भवती हैं तो आपको खूब सारा नारियल खाना चाहिए। आइये जानते हैं कि नारियल खाने के फायदे क्‍या-क्‍या हैं।

नारियल के फायदे:

1.गर्भावस्‍था के दौरान महिलाओं के अंदर कई हारमोनल बदलाव आते हैं जिनसे उन्‍हें बहुत सारी तकलीफ तथा परेशानी का समना करना पड़ता है। पर नारियल खाने से महिलाएं इन समस्‍याओं और परेशानी को आराम से रोक सकती हैं।

2. नारियल गर्भवती महिलाओं के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि नारियल में गर्भवती महिला और उसके बच्चे को पौष्टिकता देने की क्षमता है।

3.नारियल पानी पीने से पेशाब खुल कर होती है जिससे गर्भवती महिलाओं को मूत्र से संबधित सक्रंमण नहीं होगा। सिर्फ इतना ही नहीं पानी पीने से किडनी में स्‍टोन की भी कोई गुंजाइश नहीं होती। नारियल का पानी पीने से आपको पेशाब के दौरान होने वाली जलन से भी मुक्ति मिलेगी।

4.नारियल पानी कब्ज में राहत देता है, आंत से संबधित परेशानियों में सुधार करता है और पाचन स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है। नारियल पानी पीने के लिए उन लोगों को सलाह दी जाती है जो अल्‍सर या फिर एसिडिटी से पीडित हैं।

5.नारियरल में बिल्‍कुल भी वसा नहीं होता तथा यह जीरो कोलेस्ट्रोल लिए होता है। इसके सेवन से महिलाओं में एचडीएल कॉलेस्ट्रॉल बढ़ाने में मदद करता है जो कि अच्छा माना जाता है। साथ ही इसके पानी पीने से गर्भवती महिलाओं में कॉलेस्ट्रॉल को नियंत्रि‍त करने में मदद करता है।

6.गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को थकान और डीहाइड्रेशन की समस्या होने लगती है जिसे नारियल के सेवन से दूर किया जा सकता है।

7.नारियल के सेवन से इम्‍यून सिस्टम को मजबूत बनाया जा सकता है। गर्भावस्था के दौरान एचआईवी, फ्लू, दाद इत्यादि से नारियल के सेवन से बचा जा सकता है। 

दरअसल, नारियल में एंटी बैक्टीरियल, एंटी फंगल और एंटी वायरल तत्व पाए जाते हैं जो कि गर्भावस्था के दौरान महिलाओं की रक्षा कर सकते हैं।

Friday, 25 November 2016

वियाग्रा आज की सर्वाधिक प्रचलित सेक्सुअल पावर बढाने वाली दवा है लेकिन इससे होने वाले दुष्परिणाम भी बहुत ज्यादा हैं इसलिए यहाँ ऐसे भोजन पदार्थो का जिक्र करेंगे जो वियाग्रा की तरह असर पैदा कर

कामेच्छा बढाने में मदद करते है और किसी तरह का कोई नुक्सान भी नहीं होता है सेक्स क्षमता को बढ़ाने के लिए कुछ प्रयोग ऐसे भी हैं जो सेक्स शक्ति को अधिक रुप से बढ़ाने के लिए बहुत ही उपयोगी सिद्ध हुए हैं।



मेवे के स्वास्थ्य की देखभाल के लिए महान हैं, वे खराब कोलेस्ट्रॉल को खत्म करने की वजह से, रक्त परिसंचरण में सुधार लाता है , लाल रक्त कोशिकाओं के उत्पादन को प्रोत्साहित करने और तनाव को कम करता है और अधिक से अधिक यौन शक्ति बढाता है


लहसुन
लहसुन में कामोत्तेजक गुण होते हैं| इससे शरीर में रक्त संचालन सुधरता है | सम्भोग से जुड़े अंगों में रक्त परिवहन बढ़ने से कामेच्छा में इजाफा होता है

अंडा
स्वस्थ होने के अलावा, उबले अंडे को बढ़ाने के लिए आदर्श होते हैं यौन भूख.और इस संघटक विटामिन B5 और बी -6 में समृद्ध है, दो पदार्थों संतुलन हार्मोन का स्तर और हमें तनाव कम करने के लिए आराम करने के लिए मदद.

भिन्डी
भिन्डी में विटामिन्स और जिंक की मात्रा होती है | जिंक की कमी से सेक्स सम्बन्धी समस्याएँ सामने आती हैं| अत:: भिन्डी का सेवन लाभकारी होता है| भिन्डी के उपयोग से सेक्सपरफार्मेंस सुधारा जा सकता है|

चुकंदर
चुकंदर में नाइट्रेट होता है जो उत्पादक अंगों में खून का बहाव ठीक करता है| यह ब्लड वेसल्स को फैलाता है| यह शरीर के हारमोंन को भी संतुलित रखने में सहायक है| अत: कामेच्छा में बढ़ोतरी देखी जाती है|

टमाटर
टमाटर में लायकोपिन तत्व होता है जो टमाटर को लाल रंग देता है| यह तत्व कामेच्छा में वृद्धि करता है| यह पुरुषत्व की कमी में भी उपयोगी है| टमाटर प्रोस्टेट केंसर से बचाव में सहायक है|

गाजर
गाजर में विटामिन ए की मात्रा अधिक होती है| इससे स्पर्म काऊँट में सुधार होता है| गाजर मर्दानगी घटाने वाले कारणों से निपटता है| एक शोध में बताया गया है कि गाजर खाने वाले पुरुष स्त्रियों के आकर्षण का केंद्र होते हैं|

पालक सूप
एक कटोरी पालक सूप पीने से कामेच्छा बढ़ती है | यह सेक्स के अंगों के रक्त प्रवाह में सुधार लाती है|

प्याज
प्याज कामेच्छा बढाने में बेहद कारगर भोजन पदार्थ है| इसे नियमित खाना अच्छा रहता है| प्याज उत्पादक अंगों की सेहत सुधारता है|

केले
केले का प्रतिदिन सेवन करें। इसमें उपस्थित ब्रोमालिन एंजाइम कामेच्छा को बढानेमे मदद करता है। इसके अलावा केले में उपस्थित पोटााशियम और रिबोफल्विन जैसे अन्य तत्व यौन संबंधों के लिए जरूरी ताकत को बढाते है।

अंजीर
अंजीर को दैनिक भोजन में इस्तेमाल करें, इसमें उपस्थित अमीनो एसिड कामेच्छा के साथ साथ यौन शाक्ति को भी बढाता है।

बादाम
बादाम में उपस्थित वसा एसिड सेक्स के दौरान यौन उतेजना के बढाने में उपयोगी है। मखंफलमें उपस्थित विटामिन बी 6 और पोटाशियम तथा asparagus (सूत्मुली,मूसली) में उपस्थित विटामिन ई हार्मोन का बढाते हैं

Thursday, 24 November 2016

चाहती हैं नॉर्मल डिलीवरी तो करें ये उपाय:

नार्मल डिलिवरी सिजेरियन डिलिवरी से ज्यादा सही होती है। क्योंकि सिजेरियन डिलिवरी करवाने पर स्ट्रैच मार्क्स आते है। साथ ही सिजेरियन डिलिवरी के बाद कई बातों का ध्यान रखना पड़ता है। जबकि नार्मल डिलिवरी में ऐसी कोई भी बड़ी समस्या नहीं आती। इसलिए ज्यादातर गर्भवती महिलाएं सिजेरियन डिलिवरी नहीं, बल्कि नार्मल डिलिवरी करवाना पसंद करती हैं।

चाहती हैं नॉर्मल डिलीवरी तो करें ये उपाय  

Pregnancy Tips For Normal Delivery in Hindi:

कैसे हो नार्मल डिलिवरी
1) अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखें
बच्चे को जन्म देते वक्त आपको बेहद पीड़ा सहनी होती है और यह आसान नहीं होता। अगर आप कमजोर हैं और आप में खून की कमी है तो आपके लिए यह काफी मुशकिल होगा। इसलिए अपने स्वास्थ्य का पूरा-पूरा ध्यान रखें। ताकि आपको उस वक्त कम से कम तकलिफ हो।

2) अच्छा भोजन करें
गर्भवस्था के दौरान आपने डॉक्टर के कहे अनुसार ही भोजन करें। नार्मल डिलिवरी में आपके शरीर से दो से तीन चार सौ एम.एल. ब्लड जाता है। इसलिए ताकत और पोषण के लिए खाने में ज्यादा से ज्यादा पोषक तत्व खाएं। प्रेगनेंसी में आयरन और कैल्शियम की बहुत जरुरत पड़ती है इसलिए जितना भी हो सके अपने आहार में इसे जरुर शामिल करें।

Five Easy Tips for Normal Delivery in Hindi:


3) शरीर में पानी की कमी से बचें
आपके गर्भाशय में शिशु एक तरल पदार्थ से भरी हुई झोली एमनियोटिक फ्लयूड में रहता है। जिससे बच्चे को ऊर्जा मिलती है। इसलिए आपके लिए रोजाना 8 से 10 गिलास पानी पीना बहुत जरुरी है। इससे आपके शरीर में पानी की कमी नहीं होती।

4) पैदल चलें और टहलते रहें
गर्भवति महिलाओं के लिए आराम जरूरी है, लेकिन इसका अर्थ अपने काम से जी चुराना नहीं है। कोशिश करें आपकी रोजमर्रा की जिंदगी में ज्यादा फर्क न आए। दफ्तर और घर के काम सामान्य रूप से ही करती रहें। पैदल चलना और टहलना आपके लिए अच्छा रहेगा। बाजार तक जाना हो तो कार या किसी वाहन के स्थान पर पैदल ही जाएं तो बेहतर। ऑफिस में भी जरा घूम-फिर लिया कीजिए।

5) एक्ससाइज
अगर आप प्रेगनेंट होने के पहले से ही रोजाना एक्ससाइज करती आ रहीं हैं, तो नार्मल डिलिवरी होने के चांस बढ़ जाते हैं। गर्भवस्था के दौरान आप कोई फिटनेस सेंटर ज्वाइंन कर सकती है, जो आपकी मासपेशियों को मजबूत करने के लिए प्रशिक्षण दे सके। प्रसव के दौरान मजबूत मासपेशियों का होना बहुत जरूरी है।

इन उपायों को आजमाने से आपको स्वस्थ गर्भावस्था तो मिलेगी ही साथ ही आपका प्रसव भी काफी आरामदेह तरीके से हो सकेगा। याद रखिए, शारीरिक रूप से सक्रिय रहने का कोई विकल्प नहीं है। इससे गर्भावस्था के दौरान आप स्वस्थ रहती हैं और आपका बच्चा भी स्वस्थ पैदा होता है।

Normal Delivery ke 10 Aasan Upay::

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Tuesday, 22 November 2016

जिन पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं के बनने का सिलसिला कम हो जाए अथवा वीर्य पतला होने की शिकायत हो, उन्हें इस फार्मूले को आजमाकर देखना चाहिए। सन 2005 में बीएमसी कोम्प्लीमेंट्री अल्टरनेटीव  मेडिसिन नामक जर्नल में प्रकाशित एक शोध के परिणामों पर भी नज़र डाली जाए तो जानकारी मिलती है कि नटमेग यानी जायफल क्लिनिकल तौर पर सेक्सुअल एक्टिविटी को सकारात्मक तौर से बढ़ाता है।

जायफल थकान और तनाव दूर करने के लिए भी जाना जाता है। इससे एकाग्रता बढ़ती है जिससे बच्चे स्कूल में अधिक एकाग्र हो कर पढ़ाई कर सकते हैं।



जायफल का 2 ग्राम चूर्ण + 2 ग्राम मिश्री मिला रोजाना सुबह शाम फ़ांकी मारने से शरीर पुष्ट बनता है ! जिन पुरुषों के शरीर में शुक्राणुओं के बनने का सिलसिला कम हो जाए अथवा वीर्य पतला होने की शिकायत हो - उन्हें फार्मूले को आजमाकर देखना चाहिए जायफल सेक्सुअल एक्टिविटी को सकारात्मक तौर से बढ़ाता है !

सेक्स में अरुचि जायफल आजमाएं:

दर्द निवारक : जायफल दर्द की पीड़ा को शांत करने में अग्रणी है। प्राचीन चीनी औषधियों में जायफल शीर्ष पर रहता आया है। जोड़ों के दर्द, मांसपेशियों के दर्द ऑर्थ्रराइटिस के दर्द के छुटकारा पाने के लिए आज भी जायफल के तेल को उम्दा माना जाता है।

अपच की पीड़ा : जायफल अपच दूर करने के लिए हमारे देश में सदियों से इस्तेमाल किया जाता है। डायरिया, कब्ज, उबकाई आने की समस्या का निवारण जायफल से किया जाता है। अपानवायु के निस्तारण के लिए भी जायफल का प्रयोग होता है। मुंह की बदबू : मुंह की बदबू को जायफल के पावडर के प्रयोग से दूर किया जा सकता है। जायफल में एंटिबैक्टेरियल प्रॉपर्टी होती है जिससे मुंह में मौजूद कीटाणुओं का सफाया हो जाता है। यही वजह है कि जायफल कई ब्रांड के टूथपेस्टों में जम कर इस्तेमाल किया जाता है।

लीवर और किडनी शुद्ध होगी जायफल से : शरीर से विषैले पदार्थ हटते ही मरीज फिर पटरी पर लौट आता है। कई तरह के विषैले पदार्थ भोजन के जरिए शरीर में प्रवेश करते हैं। दूषित जलवायु, तनाव, तंबाकू सेवन, शराबखोरी से भी जटिल विषैले पदार्थ शरीर में रह जाते हैं। इससे छुटकारा पाने में मदद करता है जायफल। इससे लीवर और किडनी दोनों की शुद्धि होती है। लीवर के रोगियों के लिए जायफल एक औषधि के तौर पर प्रयोग की जाती है। किडनी स्टोन्स से भी जायफल छुटकारा दिला सकता है।

कई बार त्वचा पर कुछ चोट के निशान रह जाते हैं तो कई बार त्वचा पर नील और इसी तरह के घाव पड़ जाते हैं। जायफल में सरसों का तेल मिलाकर मालिश करें। जहां भी आपकी त्वचा पर पुराने निशान हैं रोजाना मालिश से कुछ ही समय में वे हल्के होने लगेंगे। जायफल से मालिश से रक्त का संचार भी होगा और शरीर में चुस्ती-फुर्ती भी बनी रहेगी।

जायफल का 2 ग्राम चूर्ण + 2 ग्राम मिश्री मिला रोजाना सुबह शाम फ़ांकी मारने से शरीर पुष्ट बनता है जायफल के लेप के बजाय जायफल के तेल का भी इस्तेमाल किया जा सकता है।

दांत में दर्द होने पर जायफल का तेल रुई पर लगाकर दर्द वाले दांत या दाढ़ पर रखें, दर्द तुरंत ठीक हो जाएगा। अगर दांत में कीड़े लगे हैं तो वे भी मर जाएंगे।

पेट में दर्द हो तो जायफल के तेल की 2-3 बूंदें एक बताशे में टपकाएं और खा लें। जल्द ही आराम आ जाएगा।
जायफल को पानी में पकाकर उस पानी से गरारे करें। मुंह के छाले ठीक होंगे, गले की सूजन भी जाती रहेगी।
जायफल को कच्चे दूध में घिसकर चेहरें पर सुबह और रात में लगाएं। मुंहासे ठीक हो जाएंगे और चेहरे निखारेगा।

एक चुटकी जायफल पाउडर दूध में मिला कर लेने से सर्दी का असर ठीक हो जाता है। इसे सर्दी में प्रयोग करने से सर्दी नहीं लगती।

सरसों का तेल और जायफल का तेल 4:1 की मात्रा में मिलाकर रख लें। इस तेल से दिन में 2-3 बार शरीर की मालिश करें। जोड़ों का दर्द, सूजन, मोच आदि में राहत मिलेगी। इसकी मालिश से शरीर में गर्मी आती है, चुस्ती फुर्ती आती है और पसीने के रूप में विकार निकल जाता है।

प्रसव के बाद अगर कमर दर्द नहीं ख़त्म हो रहा है तो जायफल पानी में घिसकर कमर पे सुबह शाम लगाएं, एक सप्ताह में ही दर्द गायब हो जाएगा।
  1. फटी एडियों के लिए इसे महीन पीसकर बीवाइयों में भर दीजिये। 12-15 दिन में ही पैर भर जायेंगे।
  2. जायफल के चूर्ण को शहद के साथ खाने से ह्रदय मज़बूत होता है। पेट भी ठीक रहता है।
  3. अगर कान के पीछे कुछ ऎसी गांठ बन गयी हो जो छूने पर दर्द करती हो तो जायफल को पीस कर वहां लेप कीजिए जब तक गाठ ख़त्म न हो जाए, करते रहिये।
  4. अगर हैजे के रोगी को बार-बार प्यास लग रही है, तो जायफल को पानी में घिसकर उसे पिला दीजिये।
  5. जी मिचलाने की बीमारी भी जायफल को थोड़ा सा घिस कर पानी में मिला कर पीने से नष्ट हो जाती है।
  6. इसे थोडा सा घिसकर काजल की तरह आँख में लगाने से आँखों की ज्योति बढ़ जाती है और आँख की खुजली और धुंधलापन ख़त्म हो जाता है।
यह शक्ति भी बढाता है।
जायफल आवाज में सम्मोहन भी पैदा करता है।
जायफल और काली मिर्च और लाल चन्दन को बराबर मात्रा में लेकर पीसकर चेहरे पर लगाने से चेहरे की चमक बढ़ती है, मुहांसे ख़त्म होते हैं।
किसी को अगर बार-बार पेशाब जाना पड़ता है तो उसे जायफल और सफ़ेद मूसली 2-2 ग्राम की मात्र में मिलाकर पानी से निगलवा दीजिये, दिन में एक बार, खाली पेट, 10 दिन लगातार।

बच्चों को सर्दी-जुकाम हो जाए तो जायफल का चूर्ण और सोंठ का चूर्ण बराबर मात्रा में लीजिये फिर 3 चुटकी इस मिश्रण को गाय के घी में मिलाकर बच्चे को सुबह शाम चटायें।

चेहरे पर या फिर त्वचा पर पड़ी झाईयों को हटाने के लिए आपको जायफल को पानी के साथ पत्थर पर घिसना चाहिए। घिसने के बाद इसका लेप बना लें और इस लेप का झाईयों की जगह पर इस्तेमाल करें, इससे आपकी त्वचा में निखार भी आएगा और झाईयों से भी निजात मिलेगी।

चेहरे की झुर्रियां मिटाने के लिए आप जायफल को पीस कर उसका लेप बनाकर झुर्रियों पर एक महीने तक लगाएंगे तो आपको जल्द ही झुर्रियों से निजात मिलेगी।

Monday, 21 November 2016

शक्ति कमजोरी से पीडित रोगियो को शुरू में 5-5 घंटे के अंतराल से विशेष रूप से ताजा फलो का आधार लेना चाहिए उसके बाद वह पुन: अपनी नियमित खुराक धीरे-धीरे प्रारंभ कर सकते है। रोगी को धूम्रपान , शराब चाय तथा कॉफी के सेवन से बचना चाहिए, और विशेष रूप से सफेद चीनी तथा मैदे या उनसे बने उत्पादो का परहेज करना चाहिए।

30 ग्राम किशमिश को गुनगुने पानी मे धोए, 200 मिली दूध मे उबाले तथा दिन मे तीन बार सेवन करे। ध्यान रखिए की प्रत्येक बार ताजा मिश्रण तैयार करे। धीरे धीरे 30 ग्राम किशमिश की मात्रा को 50 ग्राम तक करें।


15 ग्राम तुलसी के बीज और 30 ग्राम सफेद मुसली लेकर चूर्ण बनाएं, फिर उसमें 60 ग्राम मिश्री पीसकर मिला दें और शीशी में भरकर रख दें। 5 ग्राम की मात्रा में यह चूर्ण सुबह-शाम गाय के दूध के साथ सेवन करें इससे यौन दुर्बलता दूर होती है।

शारीरिक कमजोरी दूर करने के उपाय:



केला : दिन में खाना-खाने के बाद 2 या 3 पके केले रोजाना नियमित रूप से खाने से शरीर में शक्ति, मांस और चर्बी बढ़ती है। इसका प्रयोग लगातार 2 महीने तक करने से शरीर सुंदर बन जाता है।

आंवला : लगभग 10 ग्राम की मात्रा में हरे आंवला को लगभग इतनी ही मात्रा में शहद में मिलाकर खाने से मनुष्य के वीर्य-बल में वृद्धि होती है। आंवलों के मौसम में इसका सेवन रोजाना सुबह के समय लगभग 1 से 2 महीने तक करना चाहिए।

बराबर मात्रा में आंवले का चूर्ण, गिलोय का रस, सफेद मूसली का चूर्ण, गोखरू का चूर्ण, तालमखाना का चूर्ण, अश्वगंध का चूर्ण, शतावरी का चूर्ण, कौंच के बीजों का चूर्ण और मिश्री का चूर्ण लेकर इनका मिश्रण बना

लें। अब इस मिश्रण को रोजाना सुबह और शाम को लगभग 10 से 15 ग्राम की मात्रा में फांककर ऊपर से हल्का गर्म दूध पीने से मनुष्य के संभोग करने की शक्ति का विकास होता है। इसको लगातार 3 या 4

महीने तक फायदा होने तक खाना चाहिए।

किशमिश : सुबह के समय लगभग 25 से 30 किशमिश लेकर इनको गर्म पानी से धोकर साफ कर लें और कच्चे दूध में डाल दें। आधा या एक घंटे बाद उस दूध को गर्म करें। इसके बाद किशमिश को एक-एक

करके खा लें और ऊपर से उसी दूध को पी लें। ऐसा करने से शरीर में खून बढ़ता है। इसके अलावा आवश्यकता से अधिक ठंड़ का अनुभव, पुरानी बीमारी, अधिक कमजोरी, जिगर की खराबी और बदहजमी दूर हो

जाती है।

अंगूर : लगभग 25 मिलीलीटर की मात्रा में अंगूर का रस भोजन करने के आधे घंटे बाद पीने से शरीर में खून बढ़ता है। इसके अलावा इसका रस पीने से पेट फूलना, अफारा, दिल का दौरा पड़ना, चक्कर आना,

सिरदर्द और भोजन न पचना आदि बीमारियां दूर हो जाती है। इसका सेवन लगभग 2 या 3 हफ्ते तक लगातार करना चाहिए। इसके अलावा इसका सेवन महिलाओं के लिए भी लाभकारी होता है। कमजोर बच्चों को

भोजन के बाद अंगूर का रस पिलाना काफी लाभकारी सिद्ध होता है। अंगूर का रस बच्चों के चेहरे को लाल कर देता है।

पालक : शरीर में कमजोरी आने पर या खून की कमी होने पर लगभग 225 मिलीलीटर की मात्रा में रोजाना पालक का रस पीना चाहिए। इससे चेहरा एक दम गुलाब की तरह लाल हो जाता है। इसके अलावा इसका

रस पीने से मानसिक तनाव और हाई ब्लडप्रेशर भी सामान्य रहता है।

टमाटर : टमाटर का रोजाना सेवन करने से खून शुद्ध रहता है, और खून में वृद्धि होती है। टमाटर खाने से आंखों के रोग, जिगर में किसी तरह की खराबी आने के कारण होने वाली सुस्ती, आंतों के कीड़ें और आमाशय

की कमजोरी दूर होती है। टमाटर पाचन क्रिया को बढ़ाता है। पथरी वाले व्यक्ति को टमाटर नहीं खाना चाहिए।

सौंफ : सौंफ और मिश्री को बराबर मात्रा में लेकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को सुबह-शाम भोजन के बाद दो चम्मच लेने से दिमाग तेज होता है। इसका सेवन लगातार एक या दो महीने तक करना चाहिए।
मालकांगनी :मालकांगनी के बीज, बच, देवदारू और अतीस आदि का मिश्रण बना लें। रोज सुबह-शाम इस मिश्रण को 1 चम्मच घी के साथ पीने से दिमाग तेज और फुर्तीला बनता है।
मालकांगनी के तेल की 5-10 बूंदे मक्खन के साथ सेवन करने से भी शरीर को लाभ मिलता है।

धनिया :शक्ति को ऊर्जा भी कहते हैं। यह ऊर्जा मनुष्य को भोजन से मिलती है। परन्तु धनिया इस ऊर्जा को और बढ़ा देता है। इसके लिए आपको खाना खाने के बाद दस दाने धनिया के मुंह में डालने होंगे। इन दानों

को दाढ़ों से कुचलकर इसका रस कंठ (गले) के नीचे उतार लीजिए और दानों को थूक देते हैं। ठीक आधा घंटे बाद आप देखेंगे कि आपके शरीर में गर्मी बढ़ गई। यह गर्मी पसीना लाने वाली गर्मी नहीं होती बल्कि यह

पाचनक्रिया को सही करने वाली गर्मी होती है क्योंकि जब पाचन क्रिया में वृद्धि होगी तब भोजन समय से तथा ठीक प्रकार से पच जाएगा। इसके बाद रक्त में जो ऊर्जा पैदा होती है वह पूरे शरीर में फुर्तीलापन लाती

है।लगभग 3 ग्राम की मात्रा में साबुत सूखे धनिये को पीसकर चूर्ण बना लें। इस चूर्ण को ठंड़े पानी और मिश्री के साथ मिलाकर गर्मी के दिनों में पीने से पित्त के कारण होने वाले रोगों से छुटकारा मिल जाता है।

200 ग्राम लहसुन पीसकर उसमें 60 मिली शहद मिलाकर एक साफ-सुथरी शीशी में भरकर ढक्कन लगाएं और किसी भी अनाज में 31 दिन के लिए रख दें। 31 दिनों के बाद 10 ग्राम की मात्रा में 40 दिनों तक इसको लें। इससे यौन शक्ति बढ़ती है।

एक ग्राम जायफल का चूर्ण प्रातः ताजे जल के साथ सेवन करने से कुछ दिनों में ही यौन दुर्बलता दूर होती है।
दो ग्राम दालचीनी का चूर्ण सुबह-शाम दूध के साथ सेवन करने से वीर्य बढ़ता है और यौन दुर्बलता दूर होती है।
शीतकाल में सुबह दो-तीन खजूर को घी में भूनकर नियमित खाएं, ऊपर से इलायची- शक्कर डालकर उबला हुआ दूध पीजिए। यह उत्तम यौन शक्तिवर्धक है

5 मिलीलीटर से 10 मिलीलीटर के आसपास पुराने सेमल की जड़ का रस निकालकर व इसका काढ़ा बना लें तथा इसके अंदर चीनी मिला लें। इस मिश्रण को 7 दिनों तक पीने से वीर्य की बहुत ही अधिक बढ़ोत्तरी होती है। 6 ग्राम विदारीकन्द के चूर्ण में चीनी व घी मिला लें। इस चूर्ण को खाने के बाद इसके ऊपर से दूध पीने से वृद्ध पुरुष की भी संभोग करने की क्षमता कुछ ही दिन में वापस लौट आती है।

तालमखाने तथा शुद्ध कौंच के बीज के चूर्ण को बराबर-बराबर मात्रा में लेकर इसके अंदर दुगुनी मिश्री मिलाकर इसका चूर्ण बनाकर रख लें। रोजाना के समय में 2 चम्मच चूर्ण (लगभग 10 ग्राम के आसपास) को ताजे दूध के साथ मिलाकर खाने से सेक्स क्रिया करने की शक्ति सें आई कमजोरी भी नष्ट हो जाती है।

तालमखाने के बीज, गोखरू, शुद्ध कौंच के बीज, शतावरी, कंघी का जड़ तथा नागबला- इन सबको बराबर-बराबर की मात्रा में ले लें। इनको लेकर कूट-पीसकर इनका चूर्ण बनाकर रख लें। रात के समय में इस चूर्ण की 6 ग्राम की मात्रा को दूध के साथ प्रयोग करें। इस चूर्ण का सेवन करने से पुरुष कमजोरी दूर हो जाती है तथा व्यक्ति संभोग करने में काफी निपुण हो जाता है।

6 ग्राम गोखरू का चूर्ण और काले तिल 10 ग्राम को बराबर मात्रा में लेकर इसे 250 मिलीलीटर बकरी के दूध में उबालकर तथा उसे ठंडा करके शहद को मिलाकर खाना चाहिए। इसका सेवन करने से हैंडप्रैक्टिस से क्रिया में आई कमजोरी भी समाप्त हो जाती है।

100ग्राम इमली के बीजों को लेकर उन बीजों को पानी में भिगोकर 4-5 दिनों के लिए रख दें तथा पाचवें दिन उन बीजों का छिलका उतारकर उनका वजन करके देखें। उनका वजन करने के बाद उनके वजन से दुगुना पुराने गुड़ (देशी ) को लेकर उन बीजों में मिलाकर रख दें। इसके बाद इन्हें बारीक पीसकर अच्छी तरह से घोट लें तत्पश्चात इस मिश्रण की चने के बराबर बारीक-बारीक गोलियां बना लें। 

सेक्स क्रिया शुरू करने  के 1 से 2 घंटे पहले दो गोलियों को खा लें। इसका सेवन करने से सेक्स शक्ति में अजीब की शक्ति आ जाती है। कई लोगो पे आजमाया गया नुस्खा है काफी लोगो की से छमता में वृधि हुई है और सार्थक परिणाम की प्राप्ति हुई है - ठण्ड के मौसम में कभी-कभी बीजो को फूलने में जादा समय लग सकता है

500 ग्राम विधारा और 500 ग्राम नागौरी असगंध- इन दोनों को ले लें। फिर इसे अच्छी तरह से कूट-पीसकर तथा इसे छानकर रख लें। सुबह के समय रोजाना इस चूर्ण को 2 चम्मच खा लें। उसके बाद ऊपर से मिश्री मिला हुआ गर्म-गर्म दूध को पी लें। इस चूर्ण का इस्तेमाल करने से बुजुर्ग व्यक्ति भी जवानों के समान संभोग करने में निपुण हो जाता है।

संतरा : 1 गिलास संतरे का रस रोजाना दो बार कुछ सप्ताह तक पीते रहने से शरीर में ताकत आ जाती है। जो बच्चे बोतल से दूध पीते हैं कमजोर होते है, उनके लिए संतरे का रस बहुत लाभदायक होता है।

सफेद पेठा : भोजन करने के बाद पेठे की मिठाई खाने से शरीर मजबूत और ताकतवर बनता है। पित्त विकार में 2-2 पेठे के टुकड़े रोजाना खाने से लाभ होता है।

पुनर्नवा : पुनर्नवा को दूध के साथ खाने से शरीर मजबूत और ताकतवर बनता है।

फालसा : पके फालसे का सेवन करने से शरीर मजबूत और ताकतवर बनता है। यह हृदय रोग और रक्तपित्त या खूनी पित्त में भी काफी हितकारी होता है।

पपीता : बच्चों को रोजाना पपीता खिलाने से उनकी लम्बाई बढ़ती है और शरीर मजबूत तथा सेहत सही बनी रहती है।

अर्जुन :
अर्जुन बलकारक है तथा अपने लवण-खनिजों के कारण हृदय की मांसपेशियों को सशक्त बनाता है। दूध तथा गुड़, चीनी आदि के साथ जो अर्जुन की छाल का पाउडर नियमित रूप से लेता है, उसे हृदय रोग, जीर्ण ज्वर, रक्त-पित्त कभी नहीं सताते और वह चिरजीवी होता है।

Saturday, 19 November 2016

केसर महिलाओं में कामेच्छा बढाने में असरदार भूमिका रखती है| इसके रेशों को गरम पानी में १५ मिनिट तक भिगोकर रखें| और फिर इसे चावल के साथ खाएं |

लहसुन में एलीसिन नाम का एक कंपाऊंड होता है जो शरीर में खून का प्रवाह बढाता है| सेक्स से सम्बंधित प्रायवेट अंगों में रक्त संचरण बढेगा तो कामेच्छा भी बढ़ेगी ही| लहसुन की ३ कुली चबाकर खाएं और मुंह भली प्रकार साफ़ करले डार्क चाकलेट में ऐसा केमिकल होता है जो महिलाओं में पुरुष के प्रति खिंचाव बढाता है| इसीलिये महिलाएं सम्भोग के दौरान डार्क चाकलेट खाना पसंद करती हैं|




महिलाओं के लिए कामेच्छा बढ़ाने के उपाय:
अनुभवी चिकित्सकों का मत है कि मेनोपोज(ऋतु निवृत्ति) के बाद हारमोन संतुलन बिगड जाने से स्त्रियां सेक्स-विमुख हो जाती हैं।उनके पुरुष के प्रति आकर्षण में गिरावट आ जाती है।

महिलाओं में लगातार सेक्सुअल अराऊजल के बाद भी ओर्गास्म के ना आने को ओर्गेज्मिक डिसआर्डर कहा जाता है। ओर्गास्म फ़ेज तक पहुंचने में जो समय लगता है उसे क्लाईमेक्स कहते हैं। कुछ महिलाएं कभी भी क्लाईमेक्स तक नहीं पहुंच पाती हैं। जबकि कुछ महिलाएं ऐसी होती है जो सिर्फ़ हस्त मैथुन से ही क्लाईमेक्स तक पहुंच जाती हैं। कुछ महिलाओं में भगनासा और यौनि को भी सहलाकर उत्तेजित करने की जरूरत पड सकती है। ऐसा करने से महिलाएं अपने पार्टनर के साथ क्लाईमेक्स तक पहुंच जाती हैं।

बहुत सी स्त्रियों में तो मेनोपोज के पहिले ही काम वासना का स्तर बहुत नीचे आ जाता है। दूसरी और पुरुष का सेक्स ड्राईव बना रहता है।पुरुषों का यौन सक्रियता काल महिलाओं की बनिस्बत ज्यादा लंबा होता है।

जो लोग ज्यादा सेक्स-सक्रिय रहते हैं उनके अधिक स्वस्थ रहने की उम्मीद ज्यादा रहती है।

पुरुषों में अच्छे स्वास्थ्य का संबंध उनकी यौन सक्रियता से जुडा रहता है। स्वस्थ-यौन संबंध पुरुषों और महिलाओं में एक समान नहीं होते हैं। अगर एक पुरुष ५५ साल की उम्र तक पूरी तरह स्वस्थ है और यौन सक्रियता कायम है तो उसके जीवन में यौन सक्रियता ५-७ साल और बढ जाया करती है।  चिकित्सा विग्यान का सबसे ज्यादा ध्यान पुरुषों के से़क्स ड्राईव को बढाने वाली दवाओं की खोज में लगा हुआ है।

महिलाओं मे सेक्स के प्रति अनिच्छा( loss of libido) दूर करने वाले तत्वों की खोज भी अहम विषय है यह समझ लेना जरूरी है कि स्त्री हो या पुरुष सेक्स में संतुष्टि का स्तर सबका अलगअलग होता है। महिलाओं में सेक्स की ईच्छा को बढावा देने के लिये कुदरती पदार्थों और भोजन का विशेष महत्व है।

अण्डों में विटामिन बी होता है यह तनाव दूर करता है और हारमोन लेविल मेंटेन रखता है| इससे फर्टीलिटी भी बढ़ती है |

आम ऊर्जा देने वाला फल है | गर्मी के मौसम में इसे नियमित रूप से खाने से स्त्री में ऊर्जा का संचार होगा  और सेक्स में अच्छा परफार्मेंस करने में सफल होंगी| आम पुरुषों के लिए भी उतना ही लाभदायक है |

विटामिन ब१ सूखे मेवों और अनाजों में मिलताहै। विटामिन ब२ मुख्यत: केला,ब्रोकोली और मांस में पाया जाता है। विटामिन ब३ रक्त संचार बढाने के लिये और सेक्स हार्मोन की उत्पत्ति में सहायता करता है। विटामिन ई सेक्स हार्मोन पैदा करने और परिसंचरण तंत्र को मजबूत बनाता है। यह विटामिन अनाजों ,फ़लों और हरी सब्जीयों में प्रचुरता से पाया जाता है।

एक मेडीकल रिसर्च का निष्कर्ष है कि वियाग्रा गोली स्त्रियों में सेक्स शक्ति (sex power)बढाने के लिये इस्तेमाल की जा सकती है।लेकिन यह प्रभाव कुछ ही स्त्रियों पर देखने को मिला है। इसे काम क्रीडा में प्रवृत होने के एक घंटे पूर्व लेना चाहिये। शतावर का प्रयोग अच्छे परिणाम देता है। सफ़ेद मूसली स्त्रियों के सेक्स ड्राईव बढाने की बेजोड औषधि है।

कामोद्दीपक तत्व aphrodisiacs भोजन के माध्यम से प्राप्त करना उचित है। इन तत्वों से स्त्री में टेस्टोस्टरोन.एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टरोन हार्मोन का लेविल संतुलित बनाने में मदद मिलती है। ये हार्मोन स्त्री की लिबिडो याने कामेच्छा बरकरार रखने के लिये उत्तरदायी होते हैं। यहां अब उन पदार्थों का विवेचन करेंगे जिन्हें महिलाओं को भोजन में प्रचुरता से शामिल करने की चिंता रखनी चाहिये-

केला,स्ट्राबेरी, आम ये फ़ल नियमित लेते रहना चाहिये।स्त्री की लिबिडो वृद्धि करने में इनका महत्वपूर्ण योगदान रहता है। भोजन में गाजर,अदरक,लहसुन और अन्य सब्जीयां शामिल करें।

सूखे मेवे जैसे बादाम,मूंगफ़ली,छुआरे में कामोद्दीपक तत्व पाये जाते हैं। इनका उपयोग करें।
सोयाबीन, जौ, अजवाईन,अंडा,मक्खन और मशरूम सेक्स ड्राईव बढाने में सहायक हैं।
ओमेगा ३ फ़ेट्टी एसीड का कामेच्छा जाग्रत करनेमें विशेष योगदान है।मछलियों में यह तत्व ज्यादा मिलता है। शाकाहारी १५ ग्राम अलसी का तेल रोज लेकर इस तत्व की पूर्ति करें।

यह भी हो सकता है कि स्त्रियों की सेक्स-विमुखता कारण उनकी जीवन शैली और खान-पान हो। भोजन वस्तुओ में मामूली बदलाव करने से वे भरपूर सेक्स का आनंद लेने में कामयाब हो सकेंगी। संतुष्टिप्रद सेक्स ड्राईव के लिये सबसे महत्वपूर्ण बात शरीर में आदर्श रक्त संचार का होना है।

Friday, 18 November 2016

1, शिवलिंगी के 9-9 बीज दूध या पानी में घोंटकर प्रातःकाल खाली पेट मासिक के पाँचवें दिन से चार दिन तक लेने से लाभ होता है।


2. अश्वगंधा के काढ़े में घृत पकाकर यह घृत एक तोला मात्रा में ऋतुकाल में स्त्री यदि सेवन करे तो उसे गर्भ रहता है। (एक किलो अश्वगंधा के बोरकूट चूर्ण को 16 लीटर पानी में उबालें। चौथाई भाग अर्थात् 4 लीटर पानी रह जाने पर उसमें 1 किलो घी डालकर उबालें। जब केवल घी बचे तब उसे उतारकर डिब्बे में भर लें। यही घृत पकाना है।)

Garbhdharan, Pregnency ke upay kaise kre:

3. दूध के साथ पुत्रजीवा की जड़, बीज अथवा पत्तों के एक तोला चूर्ण को लेने से, ब्रह्मचर्य का पालन करने से, तीन महीने तक यह प्रयोग करने से बाँझ को भी संतान प्राप्ति हो सकती है। जिनके बालक जन्मते ही मर जाते हों उनके लिए भी यह एक अकसीर प्रयोग है। पुत्रजीवा के बीजों की माला पहनने से भी लाभ होता है।

गर्भस्थापक::-
रात को किसी मिट्टी के बर्तन में 25 ग्राम अजवायन, 25 ग्राम मिश्री 25 ग्राम पानी में डुबाकर रखें। सुबह उसे पीसकर पियें।

भोजन में बिना नमक की मूँग की दाल व रोटी खायें। यह प्रयोग मासिक धर्म के पहले दिन से लेकर आठवें दिन तक करना चाहिए।

गर्भरक्षा ::-
प्रथम प्रयोगः जिस स्त्री को बार-बार गर्भपात को जाता हो उसकी कमर में धतूरे की जड़ का चार उँगल का टुकड़ा बाँध दें। इससे गर्भपात नहीं होगा। जब नौ मास पूर्ण हो जाय तब जड़ को खोल दें।

दूसरा प्रयोगः जौ के आटे को एवं मिश्री को समान मात्रा में मिलाकर खाने से बार-बार होने वाला गर्भपात रुकता है।

सुन्दर बालक के लिए :-
नारियल का पानी पीने से अथवा नौ महीने तक रोज बबूल के 5 से 10 ग्राम पत्ते खाने से गर्भवती स्त्री गौरवर्णीय बालक को जन्म देती है। फिर चाहे माता-पिता श्याम ही क्यों न हों।

गर्भिणी की उलटी :-
बेल का 5 ग्राम गूदा एवं धनिया का 50 मि.ली. पानी मिलाकर पीने से अथवा कपूरकाचली के 2 ग्राम चूर्ण को 10 मि.ली. गुलाबजल में मिश्रित करके लेने से गर्भिणी की उल्टी शांत होती है।

गर्भिणी के पेट की जलन :-
10-15 मुनक्के का सेवन करने से अथवा बकरी के 100 से 200 मि.ली. दूध में 10 से 20 ग्राम सोंठ पीसकर लेने से लाभ होता है।

Thursday, 17 November 2016

 Foods to Increase Breast Milk:

अगर आप अपने बच्‍चे को पर्याप्‍त दूध नहीं पिला पाती हैं तो यह वाकही में आपके लिये बहुत बडी़ चिंता का विषय है। ब्रेस्‍ट मिल्‍क बढने के बहुत से कारण हो सकते हैं जैसे, तनाव, डीहाइड्रेशन, अनिद्रां आदि। लेकिन ऐसी कइ प्रभावशाली विधियां हैं 



जिससे आप ब्रेस्‍ट मिल्‍क बढा सकती हैं। आपको केवल अच्‍छे प्रकार का आहार खाना होगा जो कि बच्‍चे पर कोई बुरा प्रभाव ना डाले। इन्‍हें अपने रोजाना के खाने में प्रयोग करें और ब्रेस्‍ट मिल्‍क की सपलाई को बढाएं। 

ब्रेस्ट मिल्क बढ़ाने वाले 10 प्राकृतिक उपाय:


खाएं यह आहार- 
1. मेथी- इसमें आयरन, विटामिन, कैल्‍शियम और मिनरल पाए जाते हैं। मेथी का प्रयोग कई पुराने सालों से किया आता जा रहा है और रिसर्च भी इस बात से सहमत है। लेकिन इसे ज्‍यादा ना खाएं वरना डीहाइड्रेशन भी हो सकता है। मेथी को कच्‍चा खाने की बजाए इसको सब्‍जी में डाल कर खाएं। 

2. तुलसी- इसको खाने से ना केवल बीमारियां ठीक की जा सकती हैं बल्कि ब्रेस्‍ट मिल्‍क भी बढाया जा सकता है। इसके अंदर विटामिन के पाया जाता है जो ब्रेस्‍ट मिल्‍क बढाता है। आप इसे सूप में या फिर कच्‍चा शहद के साथ खा सकती हैं। 

3. करेला- इसके अंदर विटामिन और मिनरल अच्‍छी मात्रा में पाया जाता है, जिससे ब्रेस्‍ट मिल्‍क बढाने की क्षमता बढ जाती है। यह स्‍त्री में लैक्‍टेशन सही करता है। करेला बनाते वक्‍त हल्‍के मसालों का प्रयोग करें जिससे यह आसानी से हजम हो सके। 

4. लहसुन- इसे खाने से भी दूध बढने की क्षमता बढती है। कच्‍चा लहसुन खाने से अच्‍छा होगा कि आप उसे मीट, करी, सब्‍जी या दाल में डाल कर पका कर खाएं। अगर आप लहसुन को रोजाना खाना शुरु करेंगी तो यह आपको जरुर फायदा पहुंचाएगा। 

5. मिल्‍क प्रोडक्‍ट- ऐसी चर्बी जो कि घी, बटर या तेल से मिलती हो, वह ब्रेस्‍ट मिल्‍क बढाने में बहुत कारगर होती है। यह शरीर को बहुत शक्‍ति प्रदान करते हैं। आप इन्‍हें चावल या रोटी के साथ प्रयोग कर सकती हैं। चाहें तो सब्‍जी बनाते वक्‍त भी एक चम्‍मच घी डाल कर उसे पका सकती हैं। सुडौल बनना चाहती हैं? 

6. मेवा- बादाम और काजू जैसे मेवे ब्रेस्‍ट मिल्‍क बढाने में सहायक होते हैं। इसके अलावा यह विटामिन, मिनरल और प्रोटीन में काफी रिच होते हैं। अच्‍छा होगा कि आप इन्‍हें कच्‍चा ही खाएं।

Friday, 11 November 2016

सर्दी जुकाम हो या फिर त्वचा की देखभाल, भाप लेना एक बेहतरीन कारगर प्रक्रिया है। बगैर किसी साइड इफेक्ट के, कई स्वास्थ्य और सेहत के फायदे पाने के लिए  आपको जरूर पता होना चाहिए भाप लेने के यह 5 फायदे .

1 सर्दी-जुकाम और कफ होने की स्थ‍िति में भाप लेना रामबाण उपाय है। भाप लेने से न केवल आपकी सर्दी ठीक होगी बल्कि गले में जमा हुआ कफ भी आसानी से निकल सकेगा और आपको किसी तरह की परेशानी नहीं होगी।



भाप आपके फेफड़ो और स्वास की नली मे गर्माहट लता है! इसकी वजह से जो बभही म्यूकस जमा हुआ होता है वो पीगाल जाता है और आसानी से सॉफ हो जाता है! ऐसा होने से आपको सांस की तकली दूर हो जाती है और शर्दि मे राहत मिलती है

भाप लेने के 5 खास फायदे, जरूर जानिए | benefits of steam bath:

2 त्वचा की गंदगी को हटाकर अंदर तक त्वचा की सफाई करने और त्वचा को प्राकृतिक चमक प्रदान करने के लिए भाप लेना एक बेहतरीन तरीका है। बगैर किसी मेकअप प्रोडक्ट का इस्तेमाल किए यह तरीका आपकी स्किन को ग्लोइंग बना सकता है।

3 अस्थमा जैसी स्वास्थ्य समस्याओं में भी भाप लेना काफी फायदेमंद साबित होता है। डॉक्टर्स ऐसी परिस्थति में भाप लेने की सलाह देते हैं, ताकि मरीज को राहत की सांस मिल सके।

4 चेहरे की मृत त्वचा को हटाने एवं झुर्रियों को कम करने के लिए भी भाप लेना एक बढ़िया उपाय है। यह आपकी त्वचा को ताजगी देता है, जिससे आप तरोताजा नजर आते हैं। त्वचा की नमी भी बरकरार रहती है।

5 अगर चेहरे पर मुंहासे हैं, तो बिना देर किए चेहरे को भाप दीजिए। इससे रोमछिद्रों में जमी गंदगी और सीबम आसानी से निकल पाएगा और आपकी त्वचा साफ हो पाएगी।

जब स्टीम आपके चेहरे पर लगती है तो मूह की स्किन पे जो पोर्ज़ होते है वो खुल जाते है! इसकी वजह से इसके अंदर की जो भी डेड स्किन या इन्फेक्षन है वो बाहर निकल जाता है!

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