हम क्यों मनाते हैं बाल दिवस ? | Happy Children Day 2017

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Tuesday, 5 September 2017

शुगर को जड़ से खत्म करने का तरीका:




भारतीय पाक कला में मसालों के इस्तेमाल का अलग ही महत्व है। मसाले न सिर्फ स्वाद बढ़ाने का काम करते हैं बल्कि ये स्वास्थ्य के लिए भी बेजोड़ होते हैं। ये मसाले अपने आप में हमारे लिए बेहतरीन दवा का काम करते हैं। इन्ही मसालो में एक विशेष हैं काला जीरा। हर रोज़ सिर्फ दो ग्राम की मात्रा में काला जीरा खाने से मधुमेह में विशेष लाभ होता हैं। काला जीरा शरीर के सभी अंगों के लिए बहुत फायदेमंद है क्योंकि इसकी तासीर गर्म होती है और इसके उपयोग से विभिन्न प्रकार के लाभ होते हैं। आज हम आपको विशेष रूप से मधुमेह यानी शुगर में होने वाले लाभो पर चर्चा करेंगे

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काला जीरा दो प्रकार से मधुमेह को नियंत्रित करता हैं।

काला जीरा पैंक्रियास को उत्तेजित कर के अधिक इन्सुलिन का निर्माण करवाता हैं। जिस से शरीर में मौजूद ग्लूकोस शरीर के cell (उत्तकों) द्वारा आसानी से ग्रहण कर लिए जाते हैं। ऐसा इसमें मौजूद थायमोक़्यीनॉन के कारण होता हैं। जिस से प्राकृतिक रूप से शरीर में रक्त शर्करा का लेवल कम हो जाता हैं।

Advanced Glycation end products (AGE) जो सीधे तौर पर बहुत सारी डी जेनेरटिव बीमारियो का कारण हैं जिनमे विशेष तौर पर मधुमेह, atherosclerosis , chronic renal failure, अल्ज़ाइमर हैं। और इस से किडनी और लिवर को भी बहुत अधिक नुक्सान पहुंचता हैं। काला जीरा सीधे सीधे इस Advanced Glycation end products (AGE) को बनने से रोक कर इन सब बीमारियो से बचाता हैं।

काला जीरे के सेवन से मधुमेह के कारण हुए आँखों के रोग विशेष कर मोतियाबिंद और दृष्टि मंदता में भी लाभ पहुँचता हैं।

काला जीरा के कुछ अन्य विशेष गुण।

1. खून की कमी यानी एनीमिया:
जीरे में आयरन भरपूर मात्रा में होता है जिससे यह खून की कमी यानी एनीमिया को दुरुस्त करता है और रक्त में हीमोग्लोबिन के स्तर को बढ़ाता है।

2. दमा (अस्थमा) में:
यह शरीर में ऑक्सीजन का सभी हिस्सों में पहुंचना सुचारु करता है। दमे के मरीजों को इसके भरपूर लाभ मिलते हैं। इसमें थायमोक़्यीनॉन नामक एक खास तत्व होता है जो दमे को रोकने बहुत कारगर है।

3. शरीर की गंदगी बाहर निकालने में।:
हमारे शरीर में विभिन्न कारणों से गंदगी आ जाती हैं जिन्हें शरीर पसीने और फुंसियों के रूप में बाहर निकालता है। जीरे का नियमित इस्तेमाल शरीर की शोधन करने की प्रक्रिया को तेज करता है और गंदगी मुंहासों और फुंसियों के तौर पर बाहर नहीं आती। आपकी त्वचा साफ और सुंदर बनी रहती है।

4. एग्ज़िमा और सोराइसिस में:
जीरे में विटामिन ई भरपूर मात्रा में होता है जिससे यह त्वचा को स्वस्थ रखने में बहुत कारगर होता है। इसमें प्राकृतिक तेल होने के साथ साथ एंटी फंगल गुण होते हैं जिनसे त्वचा इंफेक्शन से बची रहती है। इसमें त्वचा संबंधी बीमारियों जैसे एग्ज़िमा और सोराइसिस को ठीक करने के गुण होते हैं। जीरा पाउडर को आप अपने फेसपैक में भी मिला सकते हैं। इसमें पाया जाने वाला विटामिन ई त्वचा पर होने वाले उम्र के असर को कम करता है।

5. जीरा फेस पैक
जीरे के उपयोग से बना फेसपैक बहुत फायदेमंद होता है। इसे हल्दी के साथ मिक्स करके बनाया जाता है। जीरा पावडर और हल्दी को शहद के साथ इस्तेमाल करना चाहिए। इस पेस्ट को चेहरे पर लगाकर सूखने तक रखना होता है। इससे त्वचा नर्म और उजली बनती है। जीरे के उपयोग से रूसी से भी छुटकारा पाया जा सकता है। इसे आप अपने तेल में थोड़ा गर्म करके इस गुनगुने तेल से सिर पर मसाज कीजिए और रूसी से छुटकारा पा लीजिए।

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Tuesday, 8 November 2016

पके कम नींद निकालने की आदत आपको ब्लड प्रेशर का मरीज बना सकती हैं। हाई ब्लड प्रेशर हो या लो ब्लड प्रेशर दोनों ही स्थितियां आपके सामान्य जीवन को नुकसान पहुंचाने का काम करती हैं। जो लोग 5 घंटे या उससे कम सोते हैं 

उनमें हाई ब्लड प्रेशर की समस्या आमतौर पर पाई जाती है। इसका खुलासा एक रिसर्च में भी किया गया है। ये आदत न सिर्फ ब्लड प्रेशर बल्कि हाइपर टेंशन का भी कारण बनती है।

Home remedies for blood pressure and diabetes:

वैज्ञानिकों का मानना है कि ब्लड प्रेशर की समस्या से जूझ रहे लोग अगर रोज़ 7 घंटे की नींद लेने लगे तो इस समस्या पर काबू पाने में मदद मिल सकती है। इसके अलावा आप इन तरीकों को अपनाकर बिना कोई दवा खाए अपने ब्लड प्रेशर की समस्या को काबू में कर सकते है

नॉनवेज से बनाएं दूरी: 
नमक आपके शरीर में ज्यादा पानी बनाए रखने में मददगार साबित होता है। शरीर में जब पानी की मात्रा ज्यादा होती है तो ये ब्लड प्रेशर बढ़ाने का काम करती है। जो लोग ब्लड प्रेशर के पहले से मरीज़ है अगर वो ज्यादा नमक का इस्तेमाल करते हैं तो उनमें कार्डियोव्स्क्युलर बीमारियों का खतरा पहले से ज्यादा बढ़ जाता है। ऐसे लोगों को नॉन वेज भी संभल कर खाना चाहिए क्योंकि उसमें सामान्य से ज्यादा नमक पाया जाता है।

वर्कआउट करना ज़रूरी: 
ब्लड प्रेशर की समस्या से दूर रहने के लिए आपको हर हफ्ते करीब 150 मिनट वर्कआउट करने में खर्च करने चाहिए। रेग्युलर एरोबिक आपके ब्लड प्रेशर को सामान्य बनाए रखने में मदद करता है और आपको दवाओं से भी दूर कर देता है।

रोजाना करें मेडिटेशन: 
रिसर्च में सामने आया है कि दिन में सिर्फ 10 मिनट मेडिटेशन आपको ब्लड प्रेशर की समस्या से दूर रखता है। स्ट्रेस में मानव शरीर में एड्रेलिन नाम का एक हारमोन निकलता है, जो कि हार्टबीट और ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का कम करता है। इसलिए स्ट्रेस भी ब्लड प्रेशर को बढ़ाने का काम करता है ऐसे में स्ट्रेस से दूर रहकर ब्लड प्रेशर से भी छुटकारा मिल जाता है।

लंबाई के अनुसार वज़न करें मेंटेंन : 
ब्लड प्रेशर को कंट्रोल रखने के लिए आपको अपने वज़न को भी कंट्रोल में रखना पड़ता है। जैसे-जैसे आपका वज़न बढ़ता है आपके दिल को ब्लड पंप करने में मुश्किल पेश आने लगती है। इसका सीधा नतीजा ब्लड प्रेशर के रूप में सामने आता है। आपकी लंबाई के मुताबिक आपको अपना वज़न मेंटेन करना चाहिये।

डाइट में सब्जियां और फल करें शामिल : 
रिसर्च में ये सामने आया है कि आपकी थाली में सब्जियां और फल जितने ज्यादा होते हैं ब्लड प्रेशर की समस्या आपसे उतनी ही दूर रहती है। हापरटेंशन के मरीजों के लिए भी फ्रूट्स का इस्तेमाल करना बेहद फायदेमंद साबित होता है। ये आपके ब्लड को सामान्य रखने में मदद करता है। ये शरीर में विटामिन और पोटेशियम जैसे तत्वों को कम नहीं होने देते।

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Sunday, 6 November 2016

नई एवं पुरानी प्राणघातक बीमारियाँ दूर करने के लिए यह एक अत्यंत सरल एवं बहुत बढ़िया प्रयोग है। इसको हम यहाँ पानी प्रयोग कहेंगे। पानी प्रयोग नामक एक लेख 'जापानीज सिकनेस एसोसिएशन' की ओर से प्रकाशित हुआ है।

उसमें बताया गया है कि यथायोग्य रीति से पानी प्रयोग किया जाये तो निम्नलिखित पुरानी तथा नई प्राणघातक बीमारियाँ दूर हो सकती हैं-



मधुप्रमेह (डायबिटीज), सिरदर्द, ब्लडप्रेशर, एनिमिया (रक्त की कमी), जोड़ों का दर्द, लकवा (पेरेलिसिस), मोटापन, हृदय की धड़कनें एवं बेहोशी, कफ, खाँसी, दमा (ब्रोन्काईटीस),

Home Remedies For Diabetics In Hindi:


टी.बी., मेनिनजाईटीस), लीवर के रोग, पेशाब की बीमारियाँ, एसीडीटी (अम्लपित्त), गेस्ट्राईटीस (गैस विषयक तकलीफें), पेचिश, कब्ज, हरस, आँखों की हर किस्म की तकलीफें, 

स्त्रियों का अनियमित मासिकस्राव, प्रदर (ल्यकोरिया), गर्भाशय का कैंसर, नाक, कान एवं गले से सम्बन्धित रोग आदि आदि।

पानी पीने की रीतिः प्रभात काल में जल्दी उठकर, बिना मुँह धोये हुए बिना ब्रश किये हुए करीब सवा लीटर (चार बड़े गिलास) पानी एक साथ पी लें। तदनन्तर 45 मिनट तक कुछ भी खायें-पियें नहीं। पानी पीने के बाद मुँह धो सकते हैं, ब्रश कर सकते हैं।

यह प्रयोग चालू करने के बाद सुबह में अल्पाहार के बाद, दोपहर को एवं रात्रि को भोजन के बाद दो घण्टे बीत जाने पर पानी पियें। रात्रि के समय सोने से पहले कुछ भी खाये नहीं।

बीमार एवं बहुत ही नाजुक प्रकृति के लोग एक साथ चार गिलास पानी नहीं पी सकें तो वे पहले एक या दो गिलास से प्रारंभ करें और बाद में धीरे-धीरे एक-एक गिलास बढ़ाकर चार गिलास पर आ जायें। फिर नियमित रूप से चार गिलास पीते रहें।

डायबिटीज एवं अन्य रोगों के लिए:

बीमार हो या तन्दुरुस्त, यह प्रयोग सबके लिए इस्तेमाल करने योग्य है। बीमार के लिए यह प्रयोग इसलिए उपयोगी है कि इससे उसे आरोग्यता मिलेगी और तन्दुरुस्त आदमी यह प्रयोग करेगा तो वह कभी बीमार नहीं पड़ेगा।

जो लोग वायु रोग एवं जोड़ों के दर्द से पीड़ित हों उन्हें यह प्रयोग एक सप्ताह तक दिन में तीन बार करना चाहिए। एक सप्ताह के बाद दिन में एक बार करना पर्याप्त है। 

यह पानी प्रयोग बिल्कुल सरल एवं सादा है। इसमें एक भी पैसे का खर्च नहीं है। हमारे देश के गरीब लोगों के लिए बिना खर्च एवं बिना दवाई के आरोग्यता प्राप्त करने की यह एक चमत्कारिक रीति है।

चार गिलास पानी पीने से स्वास्थ्य पर कोई भी कुप्रभाव नहीं पड़ता। हाँ, प्रारंभ के तीन-चार दिन तक पानी पीने के बाद दो-तीन बार पेशाब होगा लेकिन तीन-चार दिन के बाद पेशाब नियमित हो जायेगा।

प्रातःकाल में दातुन करने से पहले पानी पीने से कई रोग मिट जाते हैं

Saturday, 6 August 2016

किंग साइज बर्गर और फ्रेंच फ्राइ के लिए घर का खाना छोड़ने से न सिर्फ आपके पेट के आसपास चर्बी बढ़ती है, बल्कि डायबिटीज का खतरा भी बढ़ जाता है। एक शोध में यह चेतावनी दी गई है। शोधकर्ताओं का कहना है कि जो लोग अक्सर बाहर का खाना खाते हैं, खासतौर से फास्ट फूड, उनमें टाईप 2 डायबिटीज विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।


हॉवर्ड टी.एच.चान स्कूल ऑफ पब्लिक हेल्थ के की सून का कहना है कि चिंता की बात यह है कि बाहर का खाना खाने पर ऊर्जा तो भरपूर मिलती है, लेकिन पोषण नहीं मिलता है। जिससे वजन बढ़ जाता है और इसी का नतीजा है कि टाइप 2 डायबिटीज होने की संभावना भी बढ़ जाती है।

Diabetes is to avoid eating outside:

इस शोध के निष्कर्षों से पता चलता है कि जो लोग हफ्ते में पांच से सात बार घर का बना रात का खाना खाते हैं, उनमें हफ्ते में दो या उससे कम बार खाना खानेवालों के मुकाबले टाइप 2 डायबिटीज का खतरा 15 फीसदी कम होता है।

शोधकर्ताओं का कहना है कि डायबिटीज से बचने के लिए व्यवहार में बदलाव, खानपान सुधारने और व्यायाम करने की सलाह दी जाती है। लेकिन इस शोध के बाद अब इसमें घर का बना खाना खाने की सलाह भी जुड़ गया है।

Wednesday, 3 August 2016

टमाटर में सेब व संतरा दोनों के गुण पाए जाते हैं। आप चाहे इसे सब्जी में डालें ,सलाद के रूप में खाएं या किसी अन्य तरीके से सेवन करें इसमें भरपूर मात्रा में केल्शियम,फास्फोरस व विटामिन सी पाए जाते है इसमे कर्बोहाइड्रेट की मात्रा बहुत कम होती है इससे कई रोगों का निदान होता है 


टमाटर इतने पोष्टिक होते है की सुबह नाश्ते में सिर्फ दो टमाटर सम्पूर्ण भोजन के बराबर होते है 



कैंसर रोधी :-

टमाटर प्राकृतिक तौर पर कैंसर से लड़ने के काम करता है इसका नियमित सेवन तमाम तरह के कैंसर से बचाव में मदद करता है जैसे गर्भाशय का कैंसर ,मुख का कैंसर, खाने की नली गला ,पेट आदि के कैंसर टमाटर में पाए जाना वाला लायकोपिन तत्व कैंसर विरोधी गुण युक्त होता है टमाटर में मौजूद एंटी आक्सीडेन्ट उन फ्री रेडिकल्स से लड़ने में मददगार होता है जो हमारी कोशिकाओं को नष्ट करते है

हड्डियों की मजबूती :-

टमाटर के सेवन से हड्डिया मजबूत बनती है इसमे पाए जाने वाला विटामिन के और कैलिशयम हड्डियों की मजबूती और रिपेयर दोनों काम करता है इसमे मौजूद लायकोपिन से अस्थियो का घनत्व बढ़ता है

ब्लड शुगर नियंत्रण में उपयोगी :-

टमाटर में पाए जाने वाला क्रोमियम ब्लड शुगर को नियंत्रित रखने में सहायक है डायबिटीज और दिल के रोगों में भी टमाटर की अहम उपयोगिता है सुबह उठते ही बिना कुल्ला किये एक पका टमाटर खाना स्वास्थ्य की दृष्टि से अच्छा होता है

आँखों की रौशनी बढ़ाता है :-

इसमे पाए जाने वाला विटामिन ऐ नेत्रो की ज्योति बढ़ाने के आलावा रतोंधी रोग की रोकथाम करता है एक रिसर्च के अनुसार टमाटर के उपयोग से आँखों में होने वाले गम्भीर रोग का रिस्क कम हो जाता है

दमा रोग में सेवनीय :-

श्वाश रोगियों के नियमित रूप से टमाटर खाना चाहिए इससे श्वाश नली की सूजन और सक्रमण कम हो जाता है प्राकृतिक चिकित्सो का मत है की टमाटर खाने से फेफड़ो का अति संकुचन होता है और खांसी और बलगम से भी राहत मिल जाती है

वजन घटाने में सहायक :-

जो लोग अपना वजन घटाना चाहते है तो उनके लिए टमाटर बहुत लाभप्रद है टमाटर में बहुत कम क्लोरी होती है

झुर्रिया कम करती है :-

टमाटर के गुद्दे में निम्बू का रस मिलाकर चेहरे पर लगाने से चेहरे की चमक बढ़ती है और झुर्रिया मिटती है टमाटर और शहद के मिश्रण वाला फेस पैक बहुत उपयोगी है

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Saturday, 9 July 2016

मधुमेह के लिए घरेलू उपचार:

1. औसत आकार का एक टमाटर, एक खीरा और एक करेला को लीजिए। इन तीनों को मिलाकर जूस निकाल लीजिए। इस जूस को हर रोज सुबह-सुबह खाली पेट लीजिए। इससे डायबिटीज में फायदा होता है।

2. डायबिटीज के मरीजों के लिए सौंफ बहुत फायदेमंद होता है। सौंफ खाने से डायबिटीज नियंत्रण में रहता है। हर रोज खाने के बाद सौंफ खाना चाहिए।

 डायबिटीज के उपचार लाजवाब:

3. मधुमेह के रोगियों को जामुन खाना चाहिए। काले जामुन डायबिटीज के मरीजों के लिए अचूक औषधि मानी जाती है। जामुन को काले नमक के साथ खाने से खून में शुगर की मात्रा नियंत्रित होती है।

4. स्टीविया का पौधा मधुमेह रोगियों के लिए बहुत फायदेमंद होता है। स्टीविया बहुत मीठा होता है लेकिन शुगर फ्री होता है। स्टीविया खाने से पैंक्रियाज से इंसुलिन आसानी से मुक्त होता है।

5. डायबिटीज के मरीजों को शतावर का रस और दूध का सेवन करना चाहिए। शतावर का रस और दूध को एक समान मात्रा में लेकर रात में सोने से पहले मधुमेह के रोगियों को सेवन करना चाहिए। इससे मधुमेह नियंत्रण में रहता है।

6. मधुमेह मरीजो को नियमित रूप से नीम के चार से पांच पत्तो का सेवन करना चाहिए।
7. चार चम्मच आंवले का रस, गुड़मार की पत्ती मिलाकर काढ़ बनाकर पीने मधुमेह नियंत्रण में रहता है।
8. गेहूं के पौधों में रोगनाशक गुण होते हैं।
9. मधुमेह के रोगियों को खाने को अच्छे से चबाकर खाना चाहिए। अच्छे से चबाकर खाने से भी मधुमेह को नियंत्रण में किया जा सकता है।
10. मधुमेह रोगियों को नियमित व्यायाम और योग करना चाहिए।

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