हमारा आहार और जीवनशैली पर भी बहुत हद तक हमारे शरीर का स्वस्थ या अस्वस्थ रहना बहुत हद तक निर्भर करता है। आयुर्वेद कहता है कि जिस इंसान का खान-पान व दिनचर्या नियमित होती है वे लोग अन्य लोगों की अपेक्षा अधिक चुस्ती-फूर्ती से भरे और स्वस्थ दिखाई पड़ते हैं। इसीलिए आयुर्वेद यह भी कहता है अन्न कम खाएं, सब्जियों का प्रयोग ज्यादा करें।ससे शरीर स्वस्थ रहता है और सुंदरता में निखार आ जाता है।
हरी सब्जियों से शरीर की विटामिन ए, सी और विटामिन के, फोलेट, आयरन और कैल्शियम की कमी भी पूरी करती हैं। हरी सब्जियां शरीर को आवश्यक पोषक तत्व देती हैं। इनसे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। इसीलिए वजन नहीं बढ़ पाता। इनके सेवन से शरीर को उपयोगी विटामिन, प्रोटीन और खनिज मिलते हैं। हाल ही में किए गए एक शोध के अनुसार जो लोग हरी सब्जियों का अधिक सेवन करते हैं वे लोग डायबिटीज और डिप्रेशन का शिकार बहुत कम होते हैं।
भिंडी वीर्य में गाढ़ापन लाती है, शुक्राणु बढ़ाती है। लौकी पेट साफ करती है और खून बढ़ाती है।खीरा रक्तकणों का शोधन करता है व इसका प्रवाह बढ़ाता है।टमाटर खून बढ़ाता है एवं त्वचा निखारता है। नींबू शरीर में पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है। सब्जियां न केवल रेशे का अच्छा स्रोत होती है। इसलिए वजन को नियंत्रित रखती है।
सब्जियों के अधिक उपयोग के सिर्फ ये ही नहीं बल्कि अनेकों फायदे हैं। कुछ सब्जियाँ तो बहुत उपयोगी हैं, जैसे करेला पेट के कृमि नष्ट करता है। रक्त शोधन कर, अग्नाशय को सक्रिय करता है। पालक हड्डियों को कैल्शियम और शरीर को आयरन देता है। पत्तेदार सब्जी लौह तत्व से भरपूर होती है अत: इन सबका उचित रूप से सलाद में प्रयोग करें।
नियमित रूप से खाद्य पदार्थो के साथ करी पत्ते का सेवन करते रहने से यह श्रेष्ठ टॉनिक का कार्य करता है।यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो रही जलन को शांत कर देता है।पेट के कीड़ों से मुक्ति दिलाता है।सूजन को दूर करता है।विविध प्रकार के रक्त संबंधी विकारों जैसे शरीर में फोड़े-फुंसियां होना, नकसीर, मुंह में छाले होना, चेहरे पर झांइयां होना, शरीर पर तिल अधिक पैदा होना, दाद होना, सफेद दाग अर्थात् ल्यूकोडर्मा, खारिश-खुजली, त्वचा पर लाल-लाल चकत्ते पैदा होना इत्यादि रोगों के उपचार में भी यह लाभप्रद औषधि है।
लहसुन दिल के रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायक है।लहसुन में जो एलिसिन पाया जाता है वो निकोटीन के प्रभाव को कम करता है इसलिए स्मोकरस को लहसुन सुबह चबाने की राय दी जाती है। लहसुन के सेवन से घाव बहुत जल्दी भरना शुरू हो जाएगा।
हरी सब्जियों से शरीर की विटामिन ए, सी और विटामिन के, फोलेट, आयरन और कैल्शियम की कमी भी पूरी करती हैं। हरी सब्जियां शरीर को आवश्यक पोषक तत्व देती हैं। इनसे कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल रहता है। इसीलिए वजन नहीं बढ़ पाता। इनके सेवन से शरीर को उपयोगी विटामिन, प्रोटीन और खनिज मिलते हैं। हाल ही में किए गए एक शोध के अनुसार जो लोग हरी सब्जियों का अधिक सेवन करते हैं वे लोग डायबिटीज और डिप्रेशन का शिकार बहुत कम होते हैं।
भिंडी वीर्य में गाढ़ापन लाती है, शुक्राणु बढ़ाती है। लौकी पेट साफ करती है और खून बढ़ाती है।खीरा रक्तकणों का शोधन करता है व इसका प्रवाह बढ़ाता है।टमाटर खून बढ़ाता है एवं त्वचा निखारता है। नींबू शरीर में पाचन शक्ति को बेहतर बनाता है। सब्जियां न केवल रेशे का अच्छा स्रोत होती है। इसलिए वजन को नियंत्रित रखती है।
सब्जियों के अधिक उपयोग के सिर्फ ये ही नहीं बल्कि अनेकों फायदे हैं। कुछ सब्जियाँ तो बहुत उपयोगी हैं, जैसे करेला पेट के कृमि नष्ट करता है। रक्त शोधन कर, अग्नाशय को सक्रिय करता है। पालक हड्डियों को कैल्शियम और शरीर को आयरन देता है। पत्तेदार सब्जी लौह तत्व से भरपूर होती है अत: इन सबका उचित रूप से सलाद में प्रयोग करें।
नियमित रूप से खाद्य पदार्थो के साथ करी पत्ते का सेवन करते रहने से यह श्रेष्ठ टॉनिक का कार्य करता है।यह शरीर के किसी भी हिस्से में हो रही जलन को शांत कर देता है।पेट के कीड़ों से मुक्ति दिलाता है।सूजन को दूर करता है।विविध प्रकार के रक्त संबंधी विकारों जैसे शरीर में फोड़े-फुंसियां होना, नकसीर, मुंह में छाले होना, चेहरे पर झांइयां होना, शरीर पर तिल अधिक पैदा होना, दाद होना, सफेद दाग अर्थात् ल्यूकोडर्मा, खारिश-खुजली, त्वचा पर लाल-लाल चकत्ते पैदा होना इत्यादि रोगों के उपचार में भी यह लाभप्रद औषधि है।
लहसुन दिल के रोगियों के लिए बहुत ही लाभदायक है।लहसुन में जो एलिसिन पाया जाता है वो निकोटीन के प्रभाव को कम करता है इसलिए स्मोकरस को लहसुन सुबह चबाने की राय दी जाती है। लहसुन के सेवन से घाव बहुत जल्दी भरना शुरू हो जाएगा।
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