वरिष्ठ नागरिकों को बढ़ती उम्र में बहुत ही संतुलित और हल्के आहार लेना चाहिए।
वृद्धावस्था में बीमारियों का होना स्वाभाविक है। इस पड़ाव पर स्वास्थ्य समस्याएं व्यक्ति को परेशान करने लगती हैं। ऐसे में बीमारियों को ध्यान में रखते हुए
आहार लेना चाहिए।
ऐसी उम्र में पालक, बथुआ, चौराई, टमाटर, केला, संतरा, अंकुरित अनाज और दालें, चोकरयुक्त आटे की रोटी, रेशेदार फल और सब्जियां, पपीता, नाशपाती,
बींस, बंदगोभी, राजमा, लोबिया, मेथी, लो फैट मिल्क, दही और पनीर को भी अपने भोजन में नियमित रूप से शामिल करें।
कहने का अर्थ है वृद्धावस्था में रेशेदार, फाइबरयुक्त फल और सब्जियों का सेवन करना चाहिए।
नमक , घी-तेल, मक्खन और मैदे से बनी चीजें, ज्यादा चाय-कॉफी, एल्कोहॉल और रेड मीट का सेवन सीमित मात्रा में या फिर बिल्कुल भी नहीं करना
चाहिए।
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