स्तनों का ढीलापन- किसी-किसी स्त्री के स्तनों का विकास, उभार नहीँ होता। इससे उसमे मानसिक रुप से हीन भावना उत्पन हो जाती है। प्राकृतिक चिकित्सा से भी स्तनों मे कसाव लाया जा सकता है।
2. स्तनों का ढीलापन नियमित लहुसन खाने से दूर होता है स्तनो मे कसाव आ जाता है।
3. माजूफल पानी मे घिसकर शहद मे मिलाकर स्तनों पर लेप करें दो घण्टे बाद धोयें। रात्रि में स्तनों पर बादाम रोगन की मालिश करें। इससे स्तन कठोर और मांसल बने रहते हैं।
4. जैतून के तेल में गाय का दूध मिलाकर गाढा पेस्ट बनायें व फिर आहिस्ता-आहिस्ताअपने स्तनों पर मलियें। कुछ ही दिन में स्तन कठोर और सुडौल हो जायेगें।
5. सरसों के तेल की नित्य मालिश करने से स्तनों मेँ मोटापन एवँ उभार आता हैँ।
6. स्तन की बीटनी के अhगला भाग निपल मेँ उभार न हो, कटी हुई या अस्वस्थ हो तो एरण्ड के तेल की मालिश करने से लाभ होता है।
7. अगर किसी कारण से स्तन पकते हो तो निम्बु का तैल लगाने से स्तन-पाक मे आराम होता है।
8.ब्रैस्ट एनलार्ज पंप बी साइज़ बरअने में इस्तेमाल कर सकते है
स्तन सौन्दर्य (Breast Beauty) | breast beauty tips in Hindi:
1. अनार के छिलके पीसकर रात को स्तनो पर लेप करके सोयेँ प्रात: धोयेँ। कुछ सप्ताह यह प्रयोग करने स्तनोँ का ढीलापन दूर होगा। स्तन नव यौवना जैसे होगेँ।
2. स्तनों का ढीलापन नियमित लहुसन खाने से दूर होता है स्तनो मे कसाव आ जाता है।
3. माजूफल पानी मे घिसकर शहद मे मिलाकर स्तनों पर लेप करें दो घण्टे बाद धोयें। रात्रि में स्तनों पर बादाम रोगन की मालिश करें। इससे स्तन कठोर और मांसल बने रहते हैं।
4. जैतून के तेल में गाय का दूध मिलाकर गाढा पेस्ट बनायें व फिर आहिस्ता-आहिस्ताअपने स्तनों पर मलियें। कुछ ही दिन में स्तन कठोर और सुडौल हो जायेगें।
5. सरसों के तेल की नित्य मालिश करने से स्तनों मेँ मोटापन एवँ उभार आता हैँ।
6. स्तन की बीटनी के अhगला भाग निपल मेँ उभार न हो, कटी हुई या अस्वस्थ हो तो एरण्ड के तेल की मालिश करने से लाभ होता है।
7. अगर किसी कारण से स्तन पकते हो तो निम्बु का तैल लगाने से स्तन-पाक मे आराम होता है।
8.ब्रैस्ट एनलार्ज पंप बी साइज़ बरअने में इस्तेमाल कर सकते है
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